गोरखपुर में खतरे के निशान से ऊपर पहुंची सरयू नदी, फिर बाढ़ का खतरा
सरयू नदी में करीब सात लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। जिसके चलते जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा और जिले में प्रशासन की ओर से अलर्ट घोषित कर दिया गया। यह नदी खतरे के निशान तक पहुंच चुकी है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। संभावना जतायी जा रही है कि सरयू नदी का जलस्तर इस साल के अपने उच्चतम बिन्दु तक पहुंच जाएगा। नदी ने अयोध्या में खतरे का निशान पार कर लिया है और शुक्रवार की शाम चार बजे इस निशान से करीब 41 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। इस साल आयी बाढ़ के दौरान इस नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर ऊपर था। माना जा रहा है कि एक से दो दिन में नदी इस साल के उच्चतम स्तर तक पहुंच जाएगी। पहाड़ों की ओर से पानी कम होने के कारण नदी के बढ़ने की गति कुछ कम हुई है।
सात लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद तेजी से बढ़ रहा जलस्तर
सरयू नदी में करीब सात लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। जिसके चलते जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा और जिले में प्रशासन की ओर से अलर्ट घोषित कर दिया गया। यह नदी अयोध्या में खतरे के निशान तक पहुंच चुकी है। 28 घंटे में नदी का जलस्तर 41 सेंटीमीटर बढ़ चुका है। जलस्तर अयोध्या में 93.14 मीटर दर्ज किया गया। इस नदी का खतरे का बिन्दु 92.73 मीटर है। शनिवार की सुबह आठ बजे तक जलस्तर 93.25 मीटर हो जाने की संभावना है। बड़हलगंज क्षेत्र के बगहा देवार गांव में कटान का खतरा था लेकिन जलस्तर बढ़ने के कारण फिलहाल कटान रुक गई है।
हाल में आयी बाढ़ के जलस्तर को भी पार कर जाने की संभावना
खाली कराए गए मकान के चारो ओर पानी भर चुका है। बाढ़ खंड दो के अधिशासी अभियंता रूपेश कुमार खरे टीम के साथ वहां जमे हैं। नदी में पानी कम होने के दौरान कटान एक बार फिर बढ़ सकती है। इस साल के उच्चतम बिन्दु की ओर से बढ़ रही नदी को देखते हुए सिंचाई विभाग बचाव के जरूरी उपाय करने में जुटा है। नदी के किनारे बांधों पर दबाव बना है लेकिन कहीं रिसाव की सूचना नहीं है। अधिशासी अभियंता रूपेश कुमार खरे ने बताया कि नदी के बढ़ने की गति अब कम हो गई है। अभी कुछ पानी और बढ़ेगा। किसी भी समस्या से निपटने के लिए टीमें मुस्तैद हैं।