एमबीडी बंधे के पास तक पहुंच गई सरयू नदी, कर रही तेजी से कटान

संतकबीर नगर के धनघटा तहसील क्षेत्र में सरयू नदी तेजी से कटान करते हुए एमबीडी बंधे के पास पहुंच गई है। खतरा निशान से एक मीटर नीचे बह रही नदी के खतरनाक रुख से आसपास के गांवों के लोगों में दहशत बना हुआ है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 10:30 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 10:30 AM (IST)
एमबीडी बंधे के पास तक पहुंच गई सरयू नदी, कर रही तेजी से कटान
धनघटा के तुर्कवलिया बंधा के पास कटान करती पहुंची सरयू नदी । जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : संतकबीर नगर जिले के धनघटा तहसील क्षेत्र में सरयू नदी तेजी से कटान करते हुए एमबीडी बंधे के पास पहुंच गई है। जलस्तर में गिरावट की वजह से यह स्थिति है। खतरा निशान से एक मीटर नीचे बह रही नदी के खतरनाक रुख से आसपास के गांवों के लोगों में दहशत बना हुआ है। ड्रैनेज खंड के कर्मी एमबीडी बंधे को बचाने के लिए बोल्डर बिछा रहे हैं लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा है।

घटकर 78.350 मीटर पर पहुंच गया नदी का जलस्तर

सरयू नदी का जलस्तर सोमवार को 78.400 मीटर था, जो घटकर 78.350 मीटर पर पहुंच गया। तुर्कवलिया गेज के पास नदी का खतरा निशान 79.350 मीटर है। वर्तमान में नदी खतरा निशान से एक मीटर नीचे बह रही है। नदी का जलस्तर घटने के कारण कटान तेजी से हो रहा है। कटान करते हुए नदी तुर्कवलिया गांव के पास एमबीडी बंधे के पास पहुंच गई है। बंधे की सुरक्षा के लिए लगाया गया बोल्डर नदी की धारा में समा जा रहा है। ड्रैनेज खंड के कर्मी बंधे की सुरक्षा के लिए दोबारा बोल्डर बिछा रहे हैं। इसके बाद भी कटान जारी है।

500 मीटर के दायरे में किसानों का खेत समा गया नदी में

तुर्कवलिया गांव के निवासी वीरेंद्र, सत्येंद्र, रामविलास, जगलाल, राजेंद्र आदि लोगों का कहना है कि कटान की वजह से 21 दिन के अंदर लगभग 500 मीटर के दायरे में किसानों का खेत नदी में समा गया। अब बंधे को बचाना विभागीय कर्मियों के लिए चुनौती बना हुआ है। ड्रैनेज खंड के अधिशासी अभियंता अजय कुमार ने बताया कि एमबीडी बंधे की सुरक्षा के लिए कर्मी दिन- रात लगे हुए हैं। बंधे पर आंच नहीं आने दी जाएगी।

फसल बर्बाद होने से उग्र हुए ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

धनघटा तहसील क्षेत्र के मुड़ाडीहा से होकर जाने वाले नाले के जाम होने के तमाम किसानों की फसल डूबकर बर्बाद हो गई है। सुकरौली गांव के साथ ही अन्य जगहों के किसान तहसील पर पहुंचे और प्रदर्शन किया। सभी ने नाला खुदवाने के साथ ही बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दिलाने की मांग की। तहसील क्षेत्र के ककरहा से निकलकर मुड़ाडीहा होते हुए मझौरा, बरगदवा के रास्ते नाला बरपरवा में कुआनो नदी में जाकर मिलता है। इस नाले की सफाई न होने के कारण लगभग 500 किसानों की फसल डूब कर बर्बाद हो गई, जिसको लेकर सुकरौली, मुड़ाडीहा, शनिचरा आदि गांव के किसानों ने तहसील पर प्रदर्शन किया।

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