संस्कार भारती ने सांस्कृतिक माहौल में मनाया नववर्ष, नृत्य की प्रस्तुति से कलाकारों ने लोगों का मन मोहा Gorakhpur News
साहित्य रंगमंच और ललित कला को समर्पित अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती ने भारतीय नववर्ष का पहला दिन सांस्कृतिक माहौल में धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्था के संस्थापक सदस्य हरिप्रसाद सिंह और वीरेंद्र ने दीप प्रज्ज्वलित कर की।
गोरखपुर, जेएनएन : साहित्य, रंगमंच और ललित कला को समर्पित अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती ने भारतीय नववर्ष का पहला दिन सांस्कृतिक माहौल में धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर अखिल भारतीय संस्था की महानगर इकाई की ओर सरस्वती विद्या मंदिर बालक इंटर कालेज के सभागार में कोविड प्रोटोकाल के साथ आयोजित कार्यक्रम कलाकारों ने भगवान श्रीराम पर आधारित भजनों और भावनृत्य से मौजूद सभी का मन मोह लिया।
नृत्य की प्रस्तुति से बांध दिया समां
कार्यक्रम की शुरुआत संस्था के संस्थापक सदस्य हरिप्रसाद सिंह और वीरेंद्र ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। संस्था के ध्येय गीत और मां दुर्गा की स्तुति से सांस्कृतिक आयोजन का सिलसिला शुरू हुआ। सबसे पहले अमोल राव ने भजन की प्रस्तुति की और उसके बाद श्रेयांशी, आयुषी और सनाया गुप्ता ने भगवान राम के भजन पर भावनृत्य की प्रस्तुति से समां बांध दिया।
बाजे मुरलिया बाजे गीत प्रस्तुत कर लूट ली वाहवाही
सूफी गायक रवि राज ने बाजे मुरलिया बाजे गीत प्रस्तुति कर वाहवाही लूटी। कथक कलाकार जगदीश सर्राफ, मेनका रानी और श्रवण कुमार के भाव नृत्य को लोगों ने अपलक ही देखा। त्रिपुरारी मिश्र ने तबले पर, दीपक श्रीवास्तव ने नाल और अरुण पांडेय ने आक्टोपैड पर संगत कर कलाकारों का बखूबी साथ दिया। अतिथियों का स्वागत प्रेमनाथ और आभार ज्ञापन रीना जायसवाल ने किया। इस दौरान संस्था के राष्ट्रीय नाट्य संयोजक रवि शंकर खरे, विश्व मोहन तिवारी, सुधा मोदी, अजीत प्रताप सिंह, जितेंद्र श्रीवास्तव, डा. रेखा रानी शर्मा, रामकृष्ण मिश्रा, कुंदन वर्मा, सुनीषा आदि मौजूद रहीं।
श्रेयांशी रंगोली प्रतियोगिता में पहला स्थान
नववर्ष की प्रतिपदा के अवसर पर कालेज परिसर में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें श्रेयांशी श्रीवास्तव को पहला, भावना वर्मा को दूसरा और पूर्णिमा वर्मा को तीसरा स्थान हासिल हुआ। इसी क्रम में 'जन-जन में राम' विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसका परिणाम बुधवार को ही घोषित किया जाएगा।