नर्सरी से जूनियर तक के बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा दे रहीं संजना Gorakhpur News

बस्ती के पतेलवा मोहल्ले में निश्शुल्क शिक्षा की अलख जगाई जा रही है। इसकी किरदार बनी है संजना सिंह। नर्सरी से हाईस्कूल तक के बच्चों में लगातार 12 साल से निश्शुल्क विद्या दान कर रहीं हैं। पाठशाला इनके आवास पर ही चलती है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 10:50 AM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 10:50 AM (IST)
नर्सरी से जूनियर तक के बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा दे रहीं संजना  Gorakhpur News
बच्चों को अपने घर पर पढ़ातीं संजना सिंह।

संदीप यादव, गोरखपुर : बस्ती जिले के पतेलवा मोहल्ले में निश्शुल्क शिक्षा की अलख जगाई जा रही है। इसकी किरदार बनी है संजना सिंह। नर्सरी से हाईस्कूल तक के बच्चों में लगातार 12 साल से निश्शुल्क विद्या दान कर रहीं हैं। बच्चों की पाठशाला नित इनके आवास पर ही चलती है। गायत्री मंत्र के उच्चारण से क्लास शुरू भी होता है और समाप्त भी।

कुछ अलग पहचान की पिता की सीख आ रही काम

निश्शुल्क ज्ञान बांटने की प्रेरणा इन्हें अपने पिता संजय प्रताप सिंह से मिली। संजना ने बताया कि उनके पिता ने सीख दी है कि समाज में अपनी पहचान बनाने के लिए व्यक्ति को कुछ अलग करना चाहिए। पिता की यह सीख उन्हें नित नई पहचान दिला रही है।

पढ़ाई के साथ निश्‍शुल्‍क पढ़ाने की ठानी

इंटरमीडिएट की पढ़ाई के साथ-साथ संजना ने वर्ष 2009 से बच्चों को निश्शुल्क पढ़ाने की ठानी। इधर कोरोना काल आया तो नवंबर तक पाठशाला बंद करना पड़ा। दिसंबर, 20 से फिर से निश्शुल्क पढ़ाने लगीं। कोरोना काल के चलते बच्चों की संख्या कम हो गई। अब नर्सरी से कक्षा आठ तक के बच्चों की पढ़ाई हो रही है। पढ़ाने का तरीका भी किसी कुशल शिक्षक से कम नहीं है। बच्चों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए उन्हें टाफी, चाकलेट भी खिलाती हैं, फिर धीरे-धीरे उनका ध्यान पाठ्यक्रम की ओर पहुंचाती हैं। वर्तमान में 30 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। घर के हाल में मां सरस्वती की प्रतिमा के सामने रोज इन बच्चों की कक्षाएं संचालित हो रहीं हैं।

इंटरनेट मीडिया के जरिये भी पढ़ाई के लिए करती हैं प्रेरित

संजना कहतीं हैं कि वह बच्‍चों को इंटरनेट मीडिया के जरिये भी पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करतीं हैं। उनकी पाठशाला में राष्ट्रीय पर्व और बाल दिवस भी मनाए जाते हैं। बताया कि उनके पढ़ाए हुए छात्र हिमांशु पांडेय का चयन 2018 में नवोदय विद्यालय में कक्षा आठ की प्रवेश परीक्षा में हुआ था। छात्रा अंशिका व निशा ने भी हाईस्कूल में अच्छे अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण की। कहती हैं कि समाज के लिए कुछ अलग करना उनका ध्येय है।

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