पर्चा वापस लेकर चुनाव मैदान से बाहर हुईं सना परवीन

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा और सपा के दावेदार के बीच होगा मुकाबला

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Jun 2021 09:30 PM (IST) Updated:Tue, 29 Jun 2021 09:30 PM (IST)
पर्चा वापस लेकर चुनाव मैदान से बाहर हुईं सना परवीन
पर्चा वापस लेकर चुनाव मैदान से बाहर हुईं सना परवीन

संतकबीर नगर: जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पर्चा जमा करने वाली सना परवीन मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कोर्ट में पहुंची। जमा किया गया पर्चा वापस लेकर वह चुनाव मैदान से बाहर हो गई हैं। अब इस पद के लिए सिर्फ भाजपा के कृष्ण कुमार चौरसिया और सपा के बलिराम यादव चुनाव मैदान में हैं। यह चुनाव दोनों दल के लिए प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है। दोनों दल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता जिला पंचायत सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए जुट गए हैं।

जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए छह जिला पंचायत सदस्यों ने 15 पर्चा खरीदा था। 26 जून को कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कोर्ट में वार्ड नंबर आठ के जिला पंचायत सदस्य व भाजपा के घोषित दावेदार कृष्ण कुमार चौरसिया, वार्ड नंबर 19 के जिला पंचायत सदस्य व सपा के घोषित दावेदार बलिराम यादव और वार्ड नंबर छह की जिला पंचायत सदस्य सना परवीन ने पर्चा जमा किया था, बाकी तीन ने नहीं। मंगलवार को सना परवीन पर्चा वापस लेकर चुनाव मैदान से बाहर हो गईं। इसलिए अब भाजपा के कृष्ण कुमार चौरसिया व सपा के बलिराम यादव के बीच मुकाबला होगा। डीएम कोर्ट में तीन जुलाई को जिला पंचायत सदस्य अपने पसंदीदा दावेदार के पक्ष में मतदान करेंगे। इसी दिन चुनाव परिणाम की घोषणा कर दी जाएगी। नामित मजिस्ट्रेट के साथ काफी संख्या में पुलिस कर्मी रहे तैनात

कलेक्ट्रेट की तरफ मुड़ने वाले पुलिया, कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट, विकास भवन के पश्चिम गेट के पास पुलिस कर्मी तैनात रहे। इसके अलावा डीएम कोर्ट के पास भी पुलिस कर्मी मौजूद रहे। शांतिपूर्ण माहौल में नाम वापसी की कार्यवाही पूर्ण कराने के लिए खलीलाबाद के एसडीएम राज नारायण त्रिपाठी व योगेश्वर सिंह, अपर एसडीएम नवीन चंद्र श्रीवास्तव, तहसीलदार शशांक शेखर राय, निशा श्रीवास्तव, प्रियंका चौधरी व रत्नेश तिवारी आदि मजिस्ट्रेट मुस्तैदी से जुटे रहे। सना परवीन ने अपना पर्चा वापस ले लिया है। अब दो लोगों के बीच चुनाव होगा। प्रशासन अपनी तैयारी पूरी कर ली है। निष्पक्ष चुनाव करवाया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।

दिव्या मित्तल, निर्वाचन अधिकारी

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