Gorakhpur Coronavirus News: नमूने लिए नहीं, नाम-पता नोट किया और जांच रिपोर्ट आ गई
गोरखपुर में कांटैक्ट ट्रेसिंग को लेकर बड़ा खेल चल रहा है। स्वास्थ्य कर्मी पाजिटिव मरीजों के घर तक तो पहुंच रहे हैं लेकिन उनके नमूने नहीं लिए जा रहे और मनमानी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना जांच को लेकर लापरवाहियां कम नहीं हो रही हैं। शाहपुर में एक परिवार के सदस्यों के नमूने लिए ही नहीं गए और जांच रिपोर्ट आ गई। रिपोर्ट के मुताबिक उनका छह मई को नमूना लिया गया था। आठ मई को आई रिपोर्ट में वे निगेटिव बताए गए हैं। जबकि उनमें से एक व्यक्ति की रिपोर्ट पहले ही पाजिटिव आ चुकी थी।
आठ मई को निगेटिव रिपोर्ट आई, नमूना संग्रह छह मई को दिखा रहा
कांटैक्ट ट्रेसिंग को लेकर बड़ा खेल चल रहा है। स्वास्थ्य कर्मी पाजिटिव मरीजों के घर तक तो पहुंच रहे हैं लेकिन उनके नमूने नहीं लिए जा रहे और मनमानी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। शिवपुर सहबाजगंज के सेक्टर-3 निवासी नीरज खरे की पत्नी को बुखार हुआ। 29 अप्रैल को उन्होंने पूरे परिवार की अभयनंदन इंटर कालेज कोविड जांच कराई। उनकी पत्नी शिवा खरे व पिता श्याम बहादुर खरे की रिपोर्ट पाजिटिव आई। उन्हें घर में आइसोलेट कर दिया गया। नीरज ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर की टीम घर पहुंची व उनकी पत्नी से परिवार के सदस्यों व पड़ोसियों का नाम-पता नोट की। किसी का नमूना नहीं लिया। लेकिन आठ मई को आई रिपोर्ट में सभी लोगों को निगेटिव दिखाया गया है।
उन्होंने बताया कि उनके पिता श्याम बहादुर खरे की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें रेलवे अस्पताल में आठ मई को भर्ती कराया गया। वहां भी जांच में वह पाजिटिव आए। 13 मई को जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके अलावा मोहल्ले की ही कुसुम, प्रकृति, प्रत्यूष, सुरेश तिवारी व विजय बहादुर के भी नमूने नहीं लिए गए और जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।
मेरे यहां से नमूना लेने के लिए कोई टीम घर नहीं जाती है। हमारी टीम अभयनंद इंटर कालेज में कोरोना की जांच करती है। कोई और टीम रही होगी। - डा. हरप्रीत, चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य केंद्र, शाहपुर।
यह गंभीर मामला है। कांटैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। लेकिन बिना नमूना लिए जांच रिपोर्ट आ रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। - डा. सुधाकर पांडेय, सीएमओ।