उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव : सपा ने भी ठोंकी ताल, गोरखपुर में आलोक गुप्ता को मैदान में उतारा
Uttar Pradesh District Panchayat President Election 2021 समाजवादी पार्टी ने गोरखपुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए आलोक गुप्ता के नाम की घोषणा की है। सपा जिलाध्यक्ष ने पार्टी कार्यालय में की। सपा जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने उन पर लगे दुष्कर्म के आरोप को राजनीति साजिश करार दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। वार्ड संख्या 46 से जिला पंचायत सदस्य चुने गए जिस आलोक कुमार गुप्ता पर एक दिन पहले कैंपियरगंज की एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था, समाजवादी पार्टी ने उन्हीं आलोक कुमार गुप्ता को जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार घोषित किया है।
जिलाध्यक्ष ने कहा, जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से होगी प्रदेश में बदलाव की शुरुआत
महिला की तहरीर पर बड़हलगंज पुलिस मंगलवार को छानबीन करने आलोक गुप्ता के घर भी पहुंची थी। बुधवार को उनके नाम की घोषणा करते हुए सपा जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने उन पर लगे दुष्कर्म के आरोप को राजनीति साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी पूरी दमदारी से चुनाव मैदान में उतरेगी। भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों की वजह से हर कोई परेशान है। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव सपा प्रत्याशी की विजय के साथ प्रदेश में राजनीतिक बदलाव की शुरुआत होगी।
सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप
बड़हलगंज क्षेत्र के खड़ेसरी निवासी आलोक गुप्ता के नाम की घोषणा बुधवार को सपा जिलाध्यक्ष ने पार्टी कार्यालय में की। इस दौरान पार्टी के सभी प्रमुख नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी से पहले हमने अपना उम्मीदवार घोषित किया है, उसी तरह से चुनाव में सर्वाधिक मत हासिल कर विजय भी हासिल करेंगे। हालांकि इस दौरान उन्होंने चुनाव में सत्ताधारी दल के सरकारी मशीनरी का दुरपयोग करने की आशंका भी जताई। उन्होंने कहा कि सपा कार्यकर्ता धनबल और सत्ताबल का मुकाबला करने के लिए कमर कसकर तैयार हैं।
दो बार विधान सभा का चुनाव लड़ चुकी हैं आलोक गुप्ता की पत्नी
जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सपा के उम्मीदवार घोषित किए गए आलोक कुमार गुप्ता की पत्नी पूनम गुप्ता निर्दल प्रत्याशी के तौर पर 2011 और 2017 में विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं। 2017 के चुनाव में आलोक गुप्ता ने पत्नी को कांग्रेस से टिकट दिलाने की कोशिश की थी, लेकिन कामयाब न होने पर उन्हें निर्दल प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा था। बाद में पति-पत्नी ने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। पूनम गुप्ता समाजवादी पार्टी पिछड़ा प्रकोष्ठ की प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुकी हैं।