गोरखपुर में बाजार पर धीरे-धीरे चढ़ रहा होली का रंग, सभी तरह के सामान की बिक्री बढ़ी Gorakhpur News
कपड़ा सौंदर्य प्रसाधन सैंडल से लेकर रंग अबीर गुलाल पिचकरी एवं मुखौटों की बिक्री में इजाफा हुआ है। वहीं खाने-पीने के सामान की भी मांग बढ़ गई है। 25 से ज्यादा किस्मों के पापड़ एवं चिप्स बाजार में उतारे गए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। रंगों के पर्व होली आने में अभी दस दिन से ज्यादा का समय बचा है, लेकिन बाजार की रौनक बढ़ती जा रही है। कपड़ा, सौंदर्य प्रसाधन, सैंडल से लेकर रंग, अबीर, गुलाल, पिचकरी एवं मुखौटों की बिक्री में इजाफा हुआ है। वहीं खाने-पीने के सामान की भी मांग बढ़ गई है। 25 से ज्यादा किस्मों के पापड़ एवं चिप्स बाजार में उतारे गए हैं। व्यापारियों के मुताबिक 22 मार्च के बाद बाजार में खरीदारों की खूब भीड़ उमड़ेगी।
कपड़ा, सौंदर्य प्रसाधन, सैंडल से लेकर रंग, अबीर, गुलाल तक की बिक्री
होली के दिन घर पर आने वाले मेहमानों का स्वागत गुजिया, लाल मोहन, गाजर का हलवा एवं तरह-तरह के पापड़, चिप्स एवं नमकीनों से होगा। खाने-पीने के अधिकांश व्यंजन घर पर ही बनेंगे। लोग गुजिया में पडऩे वाले खोआ को छोड़कर बाकी चीजों की खरीदारी कर रहे हैं। बहुत से घरों में आलू के चिप्स एवं पापड़ तैयार हो रहे हैं। दुकानों से मक्का चिप्स, आलू पापड़, आलू चिप्स, साबूदाना पापड़, चावल पापड़, उदर बरी, ठंडई एवं माउथ फ्रेशनर की सर्वाधिक बिक्री हो रही है। गृहलक्ष्मी प्रोविजनल स्टोर के मालिक निकुंज टेकरीवाल ने बताया कि इस बार कई नए किस्म के पापड़ एवं चिप्स आए हैं। मेहमानों को पिलाने के लिए लोग कोल्डड्रिंक के बजाए ठंडई को तरजीह दे रहे हैं। मिठाई की दुकानों पर भी होली पर विशेष तरह के नमकीन तैयार किए जा रहे हैं।
रेडीमेड कपड़ों को दे रहे तरजीह
पहले होली पर सिलवाए कपड़ों की अधिक पूछ होती थी, लेकिन इधर कुछ वर्षों में रेडीमेड कपड़ों की तरफ युवाओं का रुझान बढ़ा है। रंगीन व डिजाइनर कुर्ते, जींस, टीशर्ट, ट्राउजर के साथ बिना फीते वाला हाफ शू युवाओं को पसंद आ रहा है। शाहरमारुफ के रेडीमेड कारोबारी संजय सिंह ने बताया कि गर्मी को देखते हुए लोग सिर्फ काटन कपड़ों की मांग कर रहे हैं। पहले होली पर कलरफुल कपड़े ज्यादा बिकते थे, लेकिन अब लोग हल्के रंगे के कपड़े पसंद कर रहे हैं। सफेद, क्रीम, बेबी पिंक, लाइट पिंक एवं परपल रंग की डिमांड है।