गुड़ से दूर की आर्थिक तंगी की 'कड़वाहट' दूसरों को दे रहे रोजगार

संतकबीर नगर जीवन में आर्थिक तंगी की कड़वाहट से परेशान सांथा ब्लाक के धोबहा निवासी तय्यब अली ने गुड़ के कारोबार से जीवन में मिठास घोल दी है। अपनी तरक्की के साथ दूसरों को भ्रोजगार दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 06:08 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 06:08 AM (IST)
गुड़ से दूर की आर्थिक तंगी की 'कड़वाहट' दूसरों को दे रहे रोजगार
गुड़ से दूर की आर्थिक तंगी की 'कड़वाहट' दूसरों को दे रहे रोजगार

संतकबीर नगर: जीवन में आर्थिक तंगी की कड़वाहट से परेशान सांथा ब्लाक के धोबहा निवासी तय्यब अली ने गुड़ के कारोबार से जीवन में मिठास घोल दी है। एक दशक पूर्व गरीबी से तंग आकर गांव में गुड़ बनाने का कार्य शुरू किया। आज तरक्की की राह पर हैं। क्षेत्र के कुछ अन्य लोग भी प्रेरित होकर गुड़ बनाने का कार्य कर रहे हैं। तय्यब का बनाया गुड़ ज्यादातर हाथों- हाथ बिक जाता है। गर्म भेली खरीदने के लिए लोग प्रतिदिन उनके पास पहुंचते हैं। बेहतर स्वाद के कारण गर्मी के मौसम में मांग बढ़ जाती है।

तय्यब अपने एक एकड़ खेत में खुद गन्ना उगाते हैं और क्षेत्र के अन्य किसानों से भी खरीदते हैं। अपने पेराई केंद्र पर 15 से 20 लोगों को वह नियमित रोजगार दे रहे हैं। दूसरों को भी इस रोजगार के लिए प्रेरित करते हैं।

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नेपाल तक होती है गुड़ की आपूर्ति

गुड़ की आपूर्ति संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर, बस्ती सहित नेपाल तक होती है। गन्ने के सीजन में पेराई का काम तेज होता है तो गुड़ का निर्माण भी तेजी से होने लगता है। गुड़ के कारोबार से तय्यब प्रतिवर्ष करीब दस लाख रुपए का मुनाफा कमाते हैं।

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शुरू हो गई गन्ने की खेती

सांथा क्षेत्र गन्ने की खेती के लिए मुफीद नहीं माना जाता है। बेसहारा पशुओं व जंगली जानवरों की समस्या से फसल बर्बाद होने का खतरा बना रहता था। जिसके कारण यहां गन्ने की पैदावार किसान नहीं करते थे। लेकिन तय्यब का पेराई केंद्र चलता देखकर धोबहा, गनवरिया, रमवापुर, राजेडीहा गांव के दर्जनों किसानों ने गन्ने की खेती शुरू कर दी है। खेत से ही फसल खरीद ली जाती है। किसानों को उचित दाम मिल जाता है।

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यहां से मिली प्रेरणा

तय्यब कहते है कि महराजगंज जनपद में एक दशक पूर्व निजी कार्य से गया था। वहां एक रिश्तेदार ने गुड़ बनाने के कार्य के बारे में जानकारी दी। तभी से गुड़ बनाने का कार्य कर रहा हूँ। इस धंधे से काफी फायदा हो रहा है।

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