Coronavirus in Gorakhpur: गोरखपुर में मरीजों के स्वजनों को भोजन उपलब्ध करा रहा संघ, स्टाल लगाने की भी तैयारी
इस कार्य में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों को लगाया गया है जो हर दिन बीआरडी मेडिकल कालेज टीबी व जिला अस्पताल सहित कई निजी अस्पतालों तक पहुंच रहे और जरूरमंदों में भोजन का पैकेट वितरित कर रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। लाक डाउन के चलते सभी होटल, ढाबा और रेस्टोरेंट बंद हैं। ऐसे में आसपास के जिलों से इलाज के लिए गोरखपुर पहुंच रहे मरीजों के स्वजनों के सामने नाश्ते और भोजन का संकट खड़ा हो जा रहा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ऐसे लोगों की चिंता की है। संघ की सेवा इकाई सेवा भारती के जरिए स्वयंसेवकों ने मरीजों के स्वजनों तक भोजन पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। इस अभियान के तहत स्वयंसेवक हर दिन करीब 2000 लोगों तक निवाला पहुंचा रहे हैं।
बीआरडी सहित कोविड अस्पतालों के तीमारदारों को दे रहे भोजन
इस कार्य में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों को लगाया गया है, जो हर दिन बीआरडी मेडिकल कालेज, टीबी व जिला अस्पताल सहित कई निजी अस्पतालों तक पहुंच रहे और जरूरमंदों में भोजन का पैकेट वितरित कर रहे। इसकी मानीटरिंग का जिम्मा स्वयं प्रांत प्रचारक सुभाष और सेवा भारती के प्रांत अध्यक्ष डा. महेंद्र अग्रवाल ने उठा रखा है। स्वयंसेवकों की जिम्मेदारी तीन स्तर पर तय गई है। भोजन निर्माण, पैकिंग और वितरण। भोजन बनाने और उसकी पैकेटिंग का कार्य सुभाष नगर स्थित भाऊराव देवरस निलयम में किया जा रहा है। इसके अलावा कई स्वयंसेवकों के घर से भी भोजन पैकेट बनकर आ रहे।
रेलवे और बस स्टेशन पर स्टाल लगाने की तैयारी
रोडवेज और रेलवे स्टेशन पर स्टाल लगाने की भी संघ की की योजना है, जिससे वहां दूर-दराज से पहुंचने वाले यात्रियों को भोजन दिया जा सके। इस कार्य में संघ के सह प्रान्त कार्यालय प्रमुख राजाराम, संगठन मंत्री ङ्क्षवध्याचल, राजबिहारी, अजित, राममोहन आदि पूरी क्षमता से सेवा भाव के साथ लगे हुए हैं। प्रांत प्रचारक सुभाष ने बताया कि नर सेवा नारायण सेवा के भाव के साथ हमारे स्वयंसेवक पूरी क्षमता के साथ सेवा में लगे हुए हैं। पूरी कोशिश है कि इस संक्रमण काल में कोई व्यक्ति भूखा न रह जाए।
भोजन के साथ दे रहे सैनिटाइजर और मास्क
भोजन वितरण के दौरान संघ के स्वयंसेवक मरीजों के स्वजनों को कोविड संक्रमण से खुद को बचाए रखने के लिए जागरूक भी कर रहे हैं। साथ ही जिसके मुंह पर मास्क और पास में सैनिटाइजर नहीं है, उसे यह दोनों चीजें भी दे रहे।
सुबह से ही निकल जा रहा संघ का वाहन
जरूरतमंदों तक समय से भोजन मिल सके, इसके लिए उसके बनाने का कार्य तड़के ही कर लिया जा रहा है। नौ बजते-बजते संघ का वाहन बीआरडी मेडिकल कालेज पहुंच जा रहा और पैकेट वितरण का कार्य शुरू हो जा रहा। उसके बाद स्वयंसेवक टोली बनाकर विभिन्न अस्पतालों तक बारी-बारी से पहुंच रहे। भोजन वितरण के लिए 38 सरकारी और निजी अस्पतालों की सूची स्वयंसेवकों ने तैयार की है।