कोरोना संक्रमित मरीजों के घर तक नहीं पहुंच रही RRT, मरीजों को खुद दुकान तक जाकर लेनी पड़ रही दवाएं

गोरखपुर में होम आइसोलेट कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए 38 आरआरटी बनाई गई हैं। शहर में 11 व ग्रामीण क्षेत्र में 27 टीमें तैनात की गई हैं। लेकिन टीम के सदस्‍य कोरोना संक्रमित मरीजों के घर जाकर उन्‍हें दवाएं नहीं दे रहे हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 09:10 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 09:10 AM (IST)
कोरोना संक्रमित मरीजों के घर तक नहीं पहुंच रही RRT, मरीजों को खुद दुकान तक जाकर लेनी पड़ रही दवाएं
गोरखपुर में होम आइसोलेट मरीजों के इलाज में भारी लापरवाही बरती जा रही है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के होम आइसोलेट मरीजों के घर रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) नहीं पहुंच रही है। इस तरह की शिकायतें इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर (आइसीसीसी) में आई हैं। वहां से मरीजों को आसपास के स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर दवा लेने की सलाह दी जा रही है। 

मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर लेनी पड़ रही दवाएं

मिर्जापुर निवासी 50 वर्षीय संक्रमित महिला को बुखार व दर्द था। उनके यहां कोई टीम नहीं गई। तब आइसीसीसी ने उन्हें स्वास्थ्य केंद्र बसंतपुर जाकर दवा लेने को कहा। रानीडिहा निवासी 31 वर्षीय व्यक्ति के घर में कई लोग पाजिटिव हैं। उन्होंने घर को सैनिटाइज करने के लिए आइसीसीसी में फोन किया था। वहां से आरआरटी को सूचना दी गई लेकिन कोई घर नहीं पहुंचा। सेंटर ने इसकी शिकायत नोडल अधिकारी से की है। 

बनाई गई है 38 आरआरटी

जिले में होम आइसोलेट कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए 38 आरआरटी बनाई गई हैं। शहर में 11 व ग्रामीण क्षेत्र में 27 टीमें तैनात की गई हैं। टीम में डाक्टर, फार्मासिस्ट, नर्स, सफाई कर्मी, आशा, एनएनम व लैब टेक्नीशियन को शामिल किया गया है। 

आरआरटी का कार्य

होम आइसोलेट मरीजों के घर पहुंचकर उनकी तबीयत के बारे में पूछना।

बुखार व आक्सीजन लेवल की जांच कर दवा देना।

घर सैनिटाइज हुआ या नहीं, इसकी जानकारी लेना। 

कांटैक्ट ट्रेसिंग कराना।

यह देखना कि मरीज होम आइसोलेशन के नियमों का पालन कर रहा है या नहीं।

कोविड पाजिटिव होने के बाद तीसरे व सातवें दिन मरीज के घर पहुंचना अनिवार्य। 

कंट्रोल रूम में तैनाती 

एक-एक डाक्टर, मलेरिया इंस्पेक्टर, एक्सरे टेक्नीशियन, फाइलेरिया इंस्पेक्टर, फार्मासिस्ट, आयुर्वेद अधिकारी। 

आइसीसीसी के फोन नंबर

9532797104

9532041882

0551-2202205 

कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम यदि लापरवाही करेगी तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिसे जो जिम्मेदारी दी गई है, उसका पूरी ईमानदारी से पालन करे। मरीजों के साथ किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। - के. विजयेंद्र पांडियन, डीएम।

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