गोरखपुर में ई रिक्शा के लिए निर्धारित होंगे रूट, सीएनजी आटो को मिलेगा प्रोत्साहन
गोरखपुर में ई रिक्शा के संचालन पर जोर रहेगा। संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) ने तो आटो की तरह ई रिक्शा के लिए भी रूट निर्धारित करने की तैयारी शुरू कर दी है। ई रिक्शा के संचालन पर अलग से प्रोत्साहन भी मिलेगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर शहर में कंप्रेस्ट नेचुरल गैस (सीएनजी) चालित आटो के बाद अब ई रिक्शा के संचालन पर जोर रहेगा। संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) ने तो आटो की तरह ई रिक्शा के लिए भी रूट निर्धारित करने की तैयारी शुरू कर दी है। ई रिक्शा के संचालन पर अलग से प्रोत्साहन भी मिलेगा। आरटीए की 28 जुलाई को होने वाली बैठक में इस मुददे पर मुहर भी लग सकती है।
28 जुलाई को संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में लग सकती है मुहर
दरअसल, प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग ने शहर में आटो की संख्या 5200 की जगह 3125 निर्धारित कर दी है। इससे अधिक आटो नहीं चल सकते और न ही नए परमिट जारी होंगे। इस संख्या में भी करीब 2600 परमिट वाले आटो चल रहे हैं। जिसमें करीब 600 सीएनजी और शेष लिक्विड पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) व पेट्रोल चालित हैं। परिवहन विभाग एलपीजी व पेट्रोल चालित आटो को भी सीएनजी में परिवर्तित करने पर बल दे रहा है।
डीजल व पेट्रोल से चलने वाले आटो को सीएनजी बनाने पर दिया जाएगा जोर
शासन ने तो दिशा-निर्देश भी दे दिया है। आरटीए की बैठक में सहमति बनने पर एलपीजी व पेट्रोल चालित आटो भी रेस्को फिटमेंट किट से सीएनजी में बदल सकेंगे। सीएनजी चालित बनते ही आटो की उम्र भी बढ़कर 15 साल हो जाएगी। एलपीजी व पेट्रोल चालित आटो को सात साल के लिए ही परमिट जारी किया जाता है। संभागीय परिवहन प्राधिकरण की सचिव अनीता सिंंह के अनुसार बैठक में इन मुद्दों को रखा जाएगा। मुद्दों पर सहमति बनी तो अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।
चालकों ने ली यातायात नियमों का पालन करने की शपथ
सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत सोमवार को रेलवे बस डिपो के सभागार में परिवहन विभाग के तत्वावधान में गोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान परिवहन अधिकारियों ने चालकों, परिचालकों व कर्मियों को यातायात के नियमों की जानकारी देते हुए पालन करने की शपथ भी दिलाई। इस मौके पर एआरएम केके तिवारी, एआरटीओ प्रवर्तन, एसपी श्रीवास्तव और बीके सिंंह आदि मौजूद थे।