नेपाल सीमा से सटे यूपी के 11 ज‍िलों में अभियान चलाकर तलाशे जाएंगे रोहिंग्या Gorakhpur News

रो​हिंग्या व अन्‍य संद‍िग्‍धों की तलाश में गोरखपुर पुल‍िस शीघ्र अभियान चलाने जा रही है। किराए पर कमरा लेकर रहने वालों का पुलिस सत्यापन करेगी। उत्तर प्रदेश में छह माह के भीतर आठ रो​हिंग्या की गिरफ्तारी हो चुकी है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 01:50 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 01:50 PM (IST)
नेपाल सीमा से सटे यूपी के 11 ज‍िलों में अभियान चलाकर तलाशे जाएंगे रोहिंग्या Gorakhpur News
नेपाल से सटे यूपी के ज‍िलों में रोह‍िंंग्‍या की तलाश के ल‍िए गोरखपुर पुल‍िस अभियान चलाने जा रही है।

गोरखपुर, जेएनएन। रो​हिंग्या के साथ ही नेपाल व दूसरे राज्य से आकर अपराध करने वाले बदमाशों पर शिकंजा कसने की पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है। किराए पर कमरा लेकर रहने वालों का पुलिस सत्यापन करेगी। उत्तर प्रदेश में छह माह के भीतर आठ रो​हिंग्या की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसको देखते हुए एडीजी अखिल कुमार ने जोन के 11 जिलों के पुलिस कप्तान को निर्देश जारी किए हैं।

गोरखपुर जोन के सभी जिलों में होगा किराएदारों का सत्यापन

एडीजी अखिल कुमार ने पत्र में लिखा है कि जोन के पांच जिले नेपाल सीमा व तीन जिले बिहार की सीमा से जुड़े हैं। ऐसे में सीमाव​र्ती इलाकों में अपराधियों के साथ ही देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों प्रवेश की आशंका हमेशा बनी रहती है। ऐसे में अपराध व अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए किराएदारों का सत्यापन कराना बेहद ही जरूरी है।

सत्यापन के लिए पुलिस को अपराधियों की पूरी जानकारी तो मिल ही जाती, साथ ही उनके छिपकर रहने की संभावनाएं पूरी तरह खत्म हो जाती है। क्योंकि पुलिस के सत्यापन से अपराधियों में भय होने लगता है। हालांकि यह भी ​देखा गया है कि किरायदारों का सत्यापन कराने के लिए मकान मालिक की ओर से कोई खास रूचि नहीं ली जाती। ऐसे में इन संदिग्ध अपराधियों को छिपकर रहने में सहूलियत मिल जाती। गोरखपुर जोन के पांच जिले नेपाल व तीन जिले बिहार सीमा से सटे हैं।

मकान मालिकों को कराना होगा सत्यापन

किराएदार का सत्यापन कराने में मकान मालिक को किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। मकान मालिक की जिम्मेदारी सिर्फ किराएदारों का फार्म भरकर थाने में जमा करने की होगी। फार्म जमा करने के साथ ही मकान मालिक को थाने से इसकी बायकदा रसी मिलेगी। इसके बाद पुलिस उस व्यक्ति का सत्यपान कर थाने के रिकार्ड में दर्ज करेगी। ताकि किसी तरह के अप्रिय घटना होने पर उस पते और उस व्यक्ति की पूरी डिटेल पुलिस के पास पहले से उपलब्ध होगी।

उन्होंने बताया कि अभियान के बाद अगर कहीं कोई वारदात होती है और जांच में यह पाया गया कि मकान मालिक द्वारा किराएदार का सत्यापन ही नहीं कराया गया था, तो ऐसे मकान मालिकों के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करेगी। एडीजी ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि किराएदारों का सत्यापन फार्म यूपी पुलिस की वेबसाइट https://www.uppolice.gov.in/ पर सिटीजन सर्विस मौजूद है। यह चरित्र सत्यापन up police cop app के जरिए भी आनलाइन की जा सकती है।

संतकरीबनगर से पकड़ा गया था रोहिंग्या

यूपी एटीएस ने छह जनकरी 2021 को संत कबीरनगर जिले में रहने वाले रोहिंग्या अजीजुल्लाह को गिरफ्तार किया था।अजीजुल्लाह का पासपोर्ट गोरखपुर से बना था।इसके बाद 28 फरवरी को अलीगढ़ के कमेला रोड पर रह रहे मोहम्मद फारुख और हसन को पकड़ा गया था। फारुख के भाई शाहिद को एक मार्च को उन्नाव से दबोचा गया। शाहिद के बहनोई जुबेर के बारे में भी एटीएस को जानकारी मिली है, लेकिन वह अभी हाथ नहीं लग सका है।

अपराधियों से लेकर रोहिंगा तक अपनी पहचान छिपाकर रहते हैं। मकान मालिक भी उनकी पूरी जानकारी किए बगैर ही मकान किराए पर दे देते हैं। ऐसे में सभी जिलों में अभियान चलाकर किराए के मकानों में रह रहे लोगों का सत्यापन कराया जाए। ताकि ऐसे संदिग्धों को चिन्हित कर उनपर कार्रवाई की जा सके। - अखिल कुमार, एडीजी जोन।

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