गोरखपुर शहर में बनते ही टूट गई 78 लाख रुपये की सड़क, एई ने दी थी क्‍लीन चिट

बिछिया पीएसी कैंप से ताड़ीखाना तक तकरीबन आधा किलोमीटर लंबाई में सड़क के निर्माण के लिए टेंडर जारी किया गया था। कार्यदायी संस्था आरईडी के ठीकेदार ने काम शुरू कराया तभी नागरिकों ने मानकों की अवहेलना का आरोप लगाया था।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 06:30 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 05:56 PM (IST)
गोरखपुर शहर में बनते ही टूट गई 78 लाख रुपये की सड़क, एई ने दी थी क्‍लीन चिट
नगर निगम भवन का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। वार्ड नंबर 17 बिछिया जंगल तुलसीराम पश्चिमी में छह दिन पहले 78 लाख रुपये की लागत से बनाई गई सड़क टूटने लगी है। सड़क की गिट्टियां बिखर गई हैं। नागरिकों ने नगर निगम के अफसरों से घटिया निर्माण की शिकायत की है। महापौर सीताराम जायसवाल ने ग्रामीण अभियंत्रण विभाग (आरईडी) के अधिशासी अभियंता को जांच के निर्देश दिए हैं।

बिछिया पीएसी कैंप से ताड़ीखाना तक तकरीबन आधा किलोमीटर लंबाई में सड़क के निर्माण के लिए टेंडर जारी किया गया था। कार्यदायी संस्था आरईडी के ठीकेदार ने काम शुरू कराया तभी नागरिकों ने मानकों की अवहेलना का आरोप लगाया। नागरिकों का आरोप था कि सड़क निर्माण में गिट्टी का इस्तेमाल ही नहीं किया गया। पहले से क्षतिग्रस्त सीसी सड़क पर डामर कर दिया गया। सोमवार से शुरू हुई बारिश में सड़क टूटने लगी। सड़क से होकर एक दर्जन से ज्यादा मोहल्लों के नागरिक गुजरते हैं।

आरईडी के अधिशासी अभियंता आनंद मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि सड़क बनने के बाद धूप न होने से तारकोल सूखने का मौका नहीं मिला है। वह खुद जांच के लिए जाएंगे।

जांच के लिए पहुंचे एई ने दी थी क्लीन चिट

घटिया निर्माण की नागरिकों ने शिकायत की तो आरईडी के सहायक अभियंता (एई) जांच को पहुंचे थे। नागरिकों का आरोप है कि एई ने बिना सड़क खोदकर देखे बता दिया कि मानकों का कहीं भी उल्लंघन नहीं हो रहा है।

डूडा और आरईडी को मिला है जिम्मा

नगर निगम सीमा क्षेत्र में सड़क और नाली निर्माण का काम जिला नगरीय विकास अभिकरण और आरईडी को मिला है। कई इलाकों में निर्माण कार्यों को लेकर पार्षद और नागरिकों ने शिकायत भी की है। धर्मशाला बाजार में इंटरलाकिंग गुणवत्ताविहीन मिलने के बाद इसे बदलवाया गया।

जलभराव की समस्या दूर करने की मांग

वार्ड नंबर 64 अहमद नगर के चक्सा हुसैन मोहल्ले में जलभराव की समस्या दूर करने की मांग को लेकर हिंहदू-मुस्लिम एकता कमेटी ने मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपा। सरंक्षक शाकिर अली सलमानी ने कहा कि शहर के अधिकांश वार्ड में विकास के कार्य तेजी से चल रहे हैं, लेकिन अहमदनगर वार्ड में कोई काम नहीं हो रहा है। वार्ड के कई हिस्सों में लोगों को जलभराव का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं, बुजुर्गों और ब'चों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। सफाई कर्मचारी भी मोहल्ले में दिखाई नहीं देते। विजय कुमार श्रीवास्तव एवं सैयद इरशाद ने कहा कि लोगों के घरों में बरसात का पानी घुस गया है। शिकायत करने पर भी नगर निगम के अधिकारी सुनते नहीं है। अगर जल्द ही समस्याओं को समाधान नहीं हुआ तो महापौर एवं नगर आयुक्त के आवास का घेराव किया जाएगा। इस मौके पर गौतम लाल श्रीवास्तव, रईस अहमद शेख, अफरोज अहमद, सोहराब अली, आदित्य मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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