धोखाधड़ी कर बैंक खाते से बीस लाख रुपये निकालने वाला पकड़ा गया
थानाध्यक्ष लालगंज रोहित कुमार उपाध्याय ने बताया कि तहरीर के आधार पर धोखाधड़ी व आइटी एक्ट तहत मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी है।बताया कि रविवार को लालगंज पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने गिरोह के सरगना सहित दो लोगों को पाकरडाड़ पेट्रोल पंप के पास गिरफ्तार कर लिया।
बस्ती: साइबर सेल व लालगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने लोगों के बैंक खाते से धोखाधड़ी कर बीस लाख रुपये निकालने वाले सीएसपी संचालक समेत दो को धर दबोचा। यह दोनों जालसाज ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) के जरिए ग्राहकों के बैंक खातों में अंगूठा निशान बदल कर रुपये निकाल लेते थे। इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कई घटनाओं का पर्दाफाश करने का दावा किया। पकड़े गए इन जालसाजों के पास से पुलिस टीम ने लैपटाप, मारफो मशीन स्मार्ट मोबाइल फोन व बैंक पासबुक सहित अन्य सामान दस्तावेज बरामद किए हैं।
थानाक्षेत्र के ग्राम मेंहनौना व बारीघाट के आधा दर्जन लोगों ने लालगंज थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया था कि वर्ष 2016 में नोट बंदी के दौरान लालगंज बाजार में संचालित ग्राहक सेवा केंद्र में जमा करने के लिए दिए गए रुपये संचालक व उसके सहयोगी लेकर फरार हो गए। इन लोगों ने यहां वर्ष 2014-15 में यह खाते प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खुलवाये थे। इतना ही नहीं सीएसपी संचालक ने ग्राहकों के खातों में आने वाली पेंशन, मनरेगा,किसान सम्मान निधि के रुपये भी अंगूठा निशान बदलकर निकाल लिए थे। इसकी जानकारी होने पर शिकायतकर्ताओं ने थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक तक से शिकायत की। चार साल से इस मामले को लेकर दौड़ लगा रहे शिकायतकर्ताओं की चार दिन पहले सुनी गई। साइबर सेल की पकड़ में जालसाज संचालक आया तब मुकदमा दर्ज किया गया।
थानाध्यक्ष लालगंज रोहित कुमार उपाध्याय ने बताया कि तहरीर के आधार पर धोखाधड़ी व आइटी एक्ट तहत मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी है।बताया कि रविवार को लालगंज पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने गिरोह के सरगना सहित दो लोगों को पाकरडाड़ पेट्रोल पंप के पास गिरफ्तार कर लिया। सरगना ग्राहक सेवा केंद्र संचालक सदानंद पुत्र रामनाथ निवासी काली जगदीशपुर थाना महुली जनपद संतकबीर है। जालसाजी में संलिप्त इसके साथी तुलसीराम पुत्र शिवपुजन निवासी हल्लौर नगरा थाना मुंडेरवा जनपद बस्ती को भी पकड़ लिया गया है। इन दोनों के पास से एक लैपटाप,मारफो मशीन,दो दैनिक लेन-देन रजिस्टर, स्मार्ट फोन, बैंक पासबुक, एक सिमकार्ड, एटीएम कार्ड व 790 रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
अंगुली बदलकर निकाले गए खाते से रुपये
पूछताछ में आरोपित सीएसपी संचालक ने बताया कि वह लालगंज बाजार में स्टेट बैंक की पाकरडाड़ शाखा से संबद्ध ग्राहक सेवा केंद्र संचालित करता था। वर्ष 2014-15 में कैंप लगाकर प्रधानमंत्री जनधन योजना के लोगों के खाते खोले गए थे। इस दौरान करीब 4 हजार से 5 हजार लोगों का बैंक खाता खोला गया। खाता खोलने के लिए ग्राहकों के हाथ की अंगुलियों का छाप लिया गया था। जिसमें पांच अंगुलियों की बजाए चार अंगुलियों का छाप लेकर पांचवी उंगली वह अपनी लगा दिया करता था। समय समय पर जैसे ही उन खातों में पैस आता था अपनी अंगुली लगाकर इंटरनेट व मोबाइल की मदद से सीएसपी के ही माध्यम से खातों से पैसा निकाल लिया करता था। लालगंज और उसके आसपास के अलावा मेहनौना,बारीघाट आदि गांवों के तमाम लोगों के खाते से भी इसी तरह उसने रुपये निकाल लिए थे। बताया कि उन ग्राहकों के खातों से पैसा निकालते थे जिनके खातों से रुपयों की निकासी का मैसेज उनके मोबाइल नंबरों पर नही पहुंच पाता था। गिरोह का खुलासा करने में साइबर सेल ने निभाई अहम भूमिका
कांस्टेबल मोहन यादव, अभिषेक त्रिपाठी व घनश्याम यादव ने बताया कि गिरोह का खुलासा करने के लिए वह दो सप्ताह से लगे हुए थे। शिकायत कर्ताओं द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक स्टेटमेंट की मदद से गिरोह के सरगना तक पहुंचने में सफलता मिली। जालसाजों को पकड़ने वाली पुलिस टीम में उप निरीक्षक खुश, कांस्टेबल प्रशांत कुमार, सैय्यद अली व कांस्टेबल मोहन यादव, अभिषेक त्रिपाठी, घनश्याम यादव साइबर सेल भी शामिल रहे।