सुनीता की मौत और गायब नवजात से सवालों के घेरे में जिम्मेदार
महिला के पेट से गायब बचे का पता नहीं सामान्य प्रसव से पैदा हुई बची की हुई मौत
संतकबीर नगर: खलीलाबाद कोतवाली थानाक्षेत्र के ग्राम बूधाकला की सुनीता की मौत और उनके गर्भ में पल रहे एक बच्चे का पता नहीं चलने का मामला गरमाने लगा है। जिले के इस बहुचर्चित घटना को लेकर संबंधित निजी अस्पताल पूरी तरह से सवालों के घेरे में नजर आने लगा है। दुखद बात यह है कि सामान्य प्रसव से पैदा हुई सुनीता की पहली बेटी ने भी शनिवार को दम तोड़ दिया। इतना सब होने के बाद भी वरिष्ठ अधिकारियों की चुप्पी लोगों को खल रही है। राजनैतिक दलों के लोग भी अब पीड़ित परिवार के पक्ष में खड़े हो रहे हैं। न्याय नहीं मिलने पर बड़े आंदोलन की धमकी दे रहे हैं।
पत्नी और दो बच्चों को खोने के बाद रामकिशोर सदमे में आ गए हैं। नवजात बेटी का अंतिम संस्कार करने के बाद वह फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने कहा कि भगवान ने उनसे सब कुछ छीन लिया। धन की लालच में लोगों के जान की परवाह नहीं करने वाले निजी अस्पताल संचालित करने वालों पर तो कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई, अलबत्ता सामान्य प्रसव से पैदा हुई उनकी पत्नी की निशानी भी दुनिया से चली गई। दूसरे बच्चे के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। शहर के ओम अस्पताल पर ताला लगाकर जिम्मेदार गायब हैं। वह कहां जाएं यह सूझ ही नहीं रहा है। सिर्फ दैनिक जागरण ही उनके परिवार का सहारा रह गया है। निजी अस्पताल पर उठ रहे सवाल इलाज में लापरवाही और बच्चे की चोरी का प्रमाण दे रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुल गया राज
सुनीता का आपरेशन करने के बाद ओम अस्पताल द्वारा महिला को गोरखपुर के लिए भेजा गया था। पति रामकिशोर का कहना है कि अस्पताल के जिम्मेदारों ने मामला गंभीर बताते हुए आपरेशन संभव नहीं होने की बात कहकर रेफर किया था। गोरखपुर पहुंचने से पहले ही उनके पत्नी की मौत हो गई। इसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आपरेशन की पुष्टि हुई तो उनका दूसरा बच्चा कहां गया यह कोई नहीं बता रहा है। उनका कहना है कि आत्मा की आवाज सुनकर उन्होंने पत्नी के शव को जलाने के बजाय कब्र में सुरक्षित रखा था। 13 दिन बाद पोस्टमार्टम होने से अब यह बात सामने आ चुकी है कि उनकी पत्नी की मौत लापरवाही से आपरेशन करने से हुई और उनके बच्चे को बेच दिया गया। चौरसिया समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी
शनिवार को रामकिशोर के घर पहुंचकर जिला पंचायत सदस्य राम सुरेश चौरसिया समेत अनेक लोगों ने उन्हें सांत्वना दी। सभी ने जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार करने के साथ ही दूसरे बच्चे के बारे में जानकारी नहीं दिए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस मौके पर हरिकेश चौरसिया, बाल दत्त चौरसिया, बलवीर चौरसिया, राम निवास चौरसिया, मो. असलम अंसारी समेत अनेक लोग मौजूद रहे।