गोरखपुर : तीन दिन में स्‍ट्रीट लाइट ठीक नहीं हुआ तो लगेगा अर्थदंड

गोरखपुर शहर की खराब स्ट्रीट लाइट ठीक न कराने से नाराज नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने एनर्जी एफिसिएंशी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के अफसरों को आखिरी चेतावनी दी है। कहा कि तीन दिनों में स्ट्रीट लाइटें नहीं ठीक की गईं तो एजेंसी पर अर्थदंड लगाया जाएगा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 12:50 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 12:50 PM (IST)
गोरखपुर : तीन दिन में स्‍ट्रीट लाइट ठीक नहीं हुआ तो लगेगा अर्थदंड
गोरखपुर में स्‍ट्रीट लाइट खराब होने को लेकर नगर न‍िगम ने सख्‍त रूख अपनाया है। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर शहर की खराब स्ट्रीट लाइटें ठीक न कराने से नाराज नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने मंगलवार को एनर्जी एफिसिएंशी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के अफसरों को आखिरी चेतावनी दी है। कहा कि तीन दिनों में स्ट्रीट लाइटें नहीं ठीक की गईं तो एजेंसी पर अर्थदंड लगाया जाएगा।

उप नगर आयुक्‍त ने अफसरों को क‍िया तलब

उप नगर आयुक्त संजय शुक्ल ने नगर निगम में ईईएसएल के अफसरों को तलब किया था। बैठक में नगर आयुक्त ने साफ शब्दों में कहा कि कंपनी से करार में यह भी है कि यदि काम नहीं हुआ तो अर्थदंड लगाया जाएगा। उप नगर आयुक्त ने बताया कि शहर की पथ प्रकाश व्यवस्था के लिए ईईएसएल कंपनी से करार किया गया है। कंपनी स्ट्रीट लाइट लगाकर पांच साल तक इसका रखरखाव करेगी। कोई स्ट्रीट लाइट खराब हुई तो कंपनी ही इसे बदलेगी। इसके एवज में कंपनी को बजट का 30 फीसद भुगतान नगर निगम और 70 फीसद भुगतान राज्य सरकार करती है।

अब रात में भी शुरू हुई नालों की सफाई

शहर में अब रात में भी नालों की सफाई होगी। महापौर सीताराम जायसवाल और नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने मंगलवार रात कार्मल रोड से रात्रिकालीन नाला सफाई अभियान की शुरुआत कराई। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि शहर के कई भीड़भाड़ वाले इलाकों में दिन में नाला सफाई कराने से जाम लगने लगता है। इससे नागरिकों को तो असुविधा होती ही है, नाला की सफाई भी ठीक से नहीं हो पाती है। रात में नाला सफाई होने से राहगीरों को भी कोई असुविधा नहीं होगी। जिन सफाईकर्मियों की ड्यूटी दिन में नाला सफाई में लगाई जाएगी उनसे रात में काम नहीं लिया जाएगा। इस दौरान उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा, पार्षद देवेंद्र गौड़ पिंटू आदि मौजूद रहे।

नागरिकों से मिले नगर आयुक्त, जलभराव न होने देने का दिया आश्वासन

नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने मंगलवार सुबह सिंघडिय़ा इलाके में जलभराव दूर करने की व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने सिंघडिय़ा से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बगल से गुजर रहे नाले का निरीक्षण किया। ह्यूम पाइप में सिंघडिय़ा का पानी डालने की प्रक्रिया भी देखी। नगर आयुक्त ने वसुंधरा नगर निवासी संतोष सिंह, संपूर्णानंद द्विवेदी, शैलेंद्र चौबे, राजीव शुक्ल, अरविंद सिंह आदि से मुलाकात कर दिक्कतों को जाना।

नागरिकों ने बताया कि जलभराव के कारण पिछले कई सालों से हजारों परिवार परेशान रहते हैं। नगर आयुक्त ने कहा कि सिंघडिय़ा में संपवेल बन जाने के बाद इलाके में जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा। जब तक संपवेल नहीं बन रहा है तब तक पानी रामगढ़ताल में भेजा जाएगा। इसके लिए बड़े पंपिंग सेट पहले ही लगा दिए गए हैं। उन्होंने नागरिकों को आश्वस्त किया कि अब उन्हें जलभराव का सामना नहीं करना पड़ेगा।

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