गोरखपुर के सरकारी अस्पतालों में पहुंची रेमडेसिविर, आज बाजार में आएगी Gorakhpur News

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने गुजरात से रेमडेसिविर मंगाई थी। इसे अलग-अलग जिलों में भी भेजा गया है। बीआरडी मेडिकल कालेज को 150 और गोरखपुर के टीबी अस्पताल को 50 वायल दिया जा चुका है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:02 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:02 AM (IST)
गोरखपुर के सरकारी अस्पतालों में पहुंची रेमडेसिविर, आज बाजार में आएगी Gorakhpur News
गोरखपुर के सरकारी अस्‍पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्‍शन पहुंच गया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना के कारण सीने में हो रहे संक्रमण को कम करने में इस्तेमाल होने वाली रेमडेसिविर की आपूर्ति अब बढ़ाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने बाबा राघवदास मेडिकल कालेज को 150 और टीबी अस्पताल को 50 वायल रेमडेसिविर उपलब्ध करा दिया है। थोक दवा मंडी भालोटिया मार्केट में मंगलवार को दो सौ से ज्यादा वायल आने की उम्मीद है। दवा विक्रेताओं का कहना है कि इस सप्ताह रेमडेसिविर की आपूर्ति और बढ़ जाएगी। इससे मरीजों के स्वजन को परेशान नहीं होना पड़ेगा।

बीआरडी को 150 और टीबी अस्पताल को 50 वायल मिली

रेमडेसिविर का हर तरफ संकट खड़ा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने गुजरात से रेमडेसिविर मंगाई थी। इसे अलग-अलग जिलों में भी भेजा गया है। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि बीआरडी मेडिकल कालेज को 150 और टीबी अस्पताल को 50 वायल दिया जा चुका है। सभी डाक्टरों से कहा गया है कि जरूरत होने पर ही मरीज पर इसका इस्तेमाल करें।

दवा विक्रेता समिति के अध्यक्ष योगेंद्र नाथ दुबे ने बताया कि वह देश में रेमडेसिविर बनाने वाली सभी कंपनियों के संपर्क में हैं। सभी ने जल्द भरपूर मात्रा में इंजेक्शन भेजने का आश्वासन दिया है।

एक हजार पत्ता से ज्यादा आएगी फेविपिराविर

कोरोना संक्रमण के कारण आ रही खांसी पर ज्यादा असरदार साबित हो रही फेविपिराविर दवा मंगलवार से बुधवार तक भालोटिया मार्केट में पर्याप्त मात्रा में पहुंचने की उम्मीद है। दवा विक्रेता समिति के अध्यक्ष योगेंद्र नाथ दुबे और केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महामंत्री दिलीप सिंह ने बताया कि बाजार में एक हजार से ज्यादा पत्ता दवा आ रही है। फेविपिराविर 200 मिलीग्राम के एक पत्ते में 34 गोली, 400 मिलीग्राम के एक पत्ते में 17 और 800 मिलीग्राम के एक पत्ते में छह गोली रहती है। पिछले साल के मुकाबले कंपनियों ने इसका रेट भी कम किया है।

रेलवे अस्पताल में बनेगा 25 बेड का लेवल टू कोविड सेंटर

उधर, ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल में रेलकर्मियों और उनके स्वजन के लिए 25 बेड का लेवल टू कोविड सेंटर बनाया जाएगा। तैयारी शुरू हो गई है। एक से दो दिन में रेलकर्मियों और उनके स्वजन को कोविड सेंटर का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। संक्रमित लोगों का रेलवे अस्पताल में ही इलाज शुरू हो जाएगा। गंभीर होने पर ही उन्हें बीआरडी मेडिकल कालेज रेफर किया जाएगा। कोविड सेंटर में संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए अतिरिक्त पैरामेडिकल स्टाफ तैयार किए जाएंगे। रेलवे प्रशासन ने मानदेय के आधार पर पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

रेलवे के महाप्रबंधक ने की बैठक

कोविड की चुनौतियों से निपटने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने समस्त प्रमुख विभागाध्यक्षों, प्रमुख चिकित्सा निदेशकों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान कोविड-19 प्रोटोकाल की समीक्षा करते हुए उन्होंने केंद्रीय और मंडलीय अस्पतालों में पर्याप्त बेड के साथ आक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे समस्त स्टेशनों, वेटिंग हाल, रनिंग रूम, ट्रेनों और दफ्तरों को नियमित सैनटाइज की व्यवस्था कराएं। इसमें कहीं कोई लापरवाही नहीं चलेगी।

स्टेशनों पर अभियान चलाकर यात्रियों को फेसमास्क और साफ-सफाई के लिए प्रेरित करें। कड़ाई से इसका अनुपालन कराएं। उन्होंने बताया कि रेलकर्मियों की सुरक्षा के लिए गोरखपुर स्टेशन के दो गेटों पर कांटेक्टलेस टिकट जांच सिस्टम कार्य करने लगा है। अब टिकट की बिना छूए जांच हो जा रही है। अधिकारी इस कठिन दौर में ट्रेनों के सुरक्षित एवं संरक्षित संचालन सुनिश्चत करें। साथ ही बेहतर कार्य करने वाले कर्मियों को प्रोत्साहित करते हुए कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित भी करें। महाप्रबंधक ने यात्रियों से अनिवार्य रूप से फेसमास्क लगाने, शारीरिक दूरी बनाए रखने तथा अपने हाथों को स्वच्छ रखने की अपील की है। उन्होंने रेल परिसर को साफ रखने में रेलवे प्रशासन का सहयोग करने की भी अपील की है।

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