Coronavirus: मरीजों के लिए कारगर हुआ है रेमडेसिविर इंजेक्‍शन, अब दूसरे का भी सहारा Gorakhpur News

संक्रमितों के इलाज के लिए फेबिफ्लू टेबलेट और रेमडेसिविर इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है। जिन मरीजों पर फेबिफ्लू का असर नहीं होता उनके इलाज के लिए रेमडेसिविर ही विकल्प है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 08:42 PM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 08:42 PM (IST)
Coronavirus: मरीजों के लिए कारगर हुआ है रेमडेसिविर इंजेक्‍शन, अब दूसरे का भी सहारा Gorakhpur News
Coronavirus: मरीजों के लिए कारगर हुआ है रेमडेसिविर इंजेक्‍शन, अब दूसरे का भी सहारा Gorakhpur News

गोरखपुर , जेएनएन। कोरोना संक्रमितों के इलाज में कारगर साबित हुए रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त आपूर्ति के लिए अब दूसरी कंपनियों का सहारा मिलने लगा है। गोरखपुर के दवा मार्केट में अभी तक सिप्ला कंपनी ही इस इंजेक्शन की आपूर्ति कर रही थी। पर्याप्त आपूर्ति न होने के कारण बाजार में बार-बार इस दवा के खत्म होने का संकट सामने आ रहा था।

चार हजार रुपये है कीमत

अगस्त में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। अप्रैल, मई, जून, जुलाई में कुल मिलाकर मरीजों की संख्या 2125 थी। जबकि केवल अगस्त में 13 तारीख तक 2547 संक्रमित मिल चुकेहैं। संक्रमितों के इलाज के लिए फेबिफ्लू टेबलेट और रेमडेसिविर इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है। जिन मरीजों पर फेबिफ्लू का असर नहीं होता, उनके इलाज के लिए रेमडेसिविर ही विकल्प है। बाजार में इंजेक्शन खत्म हो जाने से मेडिकल कॉलेज को छोड़कर अन्य अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों के सामने समस्या थी। अब हेट्रो कंपनी की दवा भी बाजार में आ गई है। दवा विक्रेताओं के आर्डर पर 150 वायल की आपूर्ति हुई है। हालांकि शुक्रवार को सिप्ला ने भी 300 वायल इंजेक्शन की आपूर्ति की। सिप्ला का इंजेक्शन 4000 रुपये का है, जबकि हेट्रो का 5400 रुपये का।

कैडिला ने उतारा सस्ता इंजेक्शन

जायडस कैडिला ने बाजार में मौजूद रेमडेसिविर के मुकाबले काफी कीमत में इंजेक्शन लांच किया है। इस कीमत प्रति वायल 2800 रुपये है। शनिवार तक भालोटिया मार्केट में 600 इंजेक्शन की आपूर्ति हो सकती है। दवा विक्रेता समिति के महामंत्री आलोक चौरसिया का कहना है कि पहले सिप्ला के ही इंजेक्शन आते थे। आपूर्ति पर्याप्त नहीं थी। अब अन्य कंपनियों से भी आपूर्ति की बात हो रही है। हम अपनी राष्ट्रीय कमेटी से मदद ले रहे हैं। शीघ्र ही पर्याप्त संख्या में इंजेक्शन आ जाएंगे। उसके बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों की परेशानी दूर हो जाएगी। 

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