Vaccination in Gorakhpur: बूथ पर भी हो सकेगा स्वास्थ्य कर्मियों का रजिस्ट्रेशन, लगेगा टीका

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने बताया कि अब सूची के अलावा भी ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों का जिनका नाम कोविन पोर्टल में पहले से दर्ज है मौके पर ही रजिस्ट्रेशन कर टीका लगा दिया जाएगा। पोर्टल में नया फीचर जोड़े जाने से यह सुविधा मिली है।

By Satish chand shuklaEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 12:55 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 12:55 PM (IST)
Vaccination in Gorakhpur: बूथ पर भी हो सकेगा स्वास्थ्य कर्मियों का रजिस्ट्रेशन, लगेगा टीका
स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों को लगाए जाने वाला कोरोना वैक्‍सीन का फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। अधिक से अधिक लोगों को कम समय में कोरोना का टीका लगाया जा सके, इसके लिए शासन ने कोविन पोर्टल में एक नया फीचर 'आन द स्पाट रजिस्ट्रेशन और बढ़ा दिया है। अब स्वास्थ्य कर्मियों का रजिस्ट्रेशन बूथ पर ही किया जा सकेगा। हालांकि इसका लाभ उन्हीं स्वास्थ्य कर्मियों को मिलेगा जिनका नाम कोविन पोर्टल में दर्ज है, भले ही टीकाकरण के लिए सूची में नाम जारी न हुआ हो।

एक वायल खुलने पर 10 स्वास्थ्य कर्मियों का उपस्थित होना जरूरी

दो बार हुए टीकाकरण में लक्ष्य के सापेक्ष स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या कम पहुंची। 16 जनवरी के टीकाकरण में लगभग 51 फीसद और 22 जनवरी के टीकाकरण में लगभग 71 फीसद ही स्वास्थ्य कर्मी पहुंचे। जबकि वैक्सीन लक्ष्य के अनुसार भेजी गई थी। कोविशील्ड वैक्सीन के एक वायल में 10 डोज होते हैं। एक वायल खुलने पर 10 स्वास्थ्य कर्मियों का उपस्थित होना जरूरी है, इसमें से जितनी संख्या कम होगी, उतनी डोज बेकार हो जाएगी। वैक्सीन की डोज बेकार न जाए, इसलिए शासन ने कोविन पोर्टल पर नया फीचर जोड़ा है। ताकि मौके पर ही ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों का रजिस्ट्रेशन कर उन्हें टीका लगा दिया जाए, जिनका नाम सूची में न हो। इससे सूची के अनुसार स्वास्थ्य कर्मियों के कम पहुंचने के बाद भी लक्ष्य पूरा किया जा सकेगा और वैक्सीन की डोज भी बेकार नहीं जाएगी।

ताकि वैक्‍सीन खराब न हो

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने बताया कि अब सूची के अलावा भी ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों का, जिनका नाम कोविन पोर्टल में पहले से दर्ज है, मौके पर ही रजिस्ट्रेशन कर टीका लगा दिया जाएगा। पोर्टल में नया फीचर जोड़े जाने से यह सुविधा मिली है। 22 जनवरी को भी कुछ ऐसे लोग पहुंच गए थे जिनका नाम सूची में नहीं था। उन्हें भी टीका लगाया गया था, ताकि वैक्सीन की डोज खराब न हो। लेकिन उस समय पोर्टल पर यह फीचर नहीं था। इसलिए ऐसे लोगों का नाम रजिस्टर में नोट किया गया था।

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