सेंट्रल बैंक में हिंदी में बनेंगे रजिस्टर, नेमप्लेट-साइन बोर्ड व मोहर Gorakhpur News

जनपद के विभिन्न शाखाओं के शाखा प्रभारियों व अधिकारियों से क्षेत्रीय प्रबंधक एलबी झा ने अपने कार्यालय के सभी कार्य हिंदी में करने के साथ-साथ शाखा में रजिस्टर मोहरें तथा साइन बोर्ड आदि हिंदी में बनवाने के लिए कहा।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 05:27 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:23 PM (IST)
सेंट्रल बैंक में हिंदी में बनेंगे रजिस्टर, नेमप्लेट-साइन बोर्ड व मोहर Gorakhpur News
सेंट्रल बैंक आफ इंडिया का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के सभी शाखाओं में रजिस्टर, मोहर, साइनबोर्ड से लेकर सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के नेमप्लेट हिंदी में नजर आएंगे। बैंक की ओर से आयोजित वर्चुअल कार्यशाला में क्षेत्रीय प्रबंधक ने सभी शाखा प्रबंधकों को यह निर्देश दिए। इसके अलावा भी बहुत सारे बदलाव किए जाने की उम्‍मीद है। हिंदी में कामकाज को लेकर हर साल लोग शपथ लेते हैं, पर उनका यह कार्य सिर्फ शपथ लेते समय रहता था।

बैंक के कार्य भी अब हिंदी में

सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से क्षेत्रीय प्रबंधक एलबी झा की अध्यक्षता में अधिकारी संवर्ग के लिए आभासीय (वर्चुअल) कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें शामिल जनपद के विभिन्न शाखाओं के शाखा प्रभारियों व अधिकारियों से क्षेत्रीय प्रबंधक ने अपने कार्यालय के सभी कार्य हिंदी में करने के साथ-साथ शाखा में रजिस्टर, मोहरें तथा साइन बोर्ड आदि हिंदी में बनवाने के लिए कहा। मुख्य प्रबंधक संजय गुप्ता ने सरकार की राजभाषा नीति, अधिनियम, नियम व संवैधानिक व्यवस्थाएं संबंधी जानकारी दी।

कंप्‍यूटर पर दी गई हिंदी प्रयोग की व्‍यहारिक जानकारी

राजभाषा अधिकारी सुरेंद्र कुमार यादव ने कंप्यूटरों पर हिंदी प्रयोग की व्यावहारिक जानकारी दी। राजभाषा अधिकारी शुभलक्ष्मी शर्मा ने सभी को राजभाषा विभाग द्वारा जारी वार्षिक कार्यक्रमों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। मुख्य प्रबधंक विनोद कुमार तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान एक लघु मौखिक प्रश्नावली का भी आयोजन किया गया। जिसमें अतुल कुमार, यतीश तिवारी, प्रीति ङ्क्षसह, स्नेहा वर्मा, प्रगति श्रीवास्तव विजेता घोषित किए गए। कार्यशाला में प्रमुख रूप से नेहा झा, सोनी प्रिया, सृजन श्रीवास्तव तथा वैभव श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।

बताते चलें कि हिंदी में कार्य करने के लिए रेलवे और बैंक में हर साल कार्यक्रम का आयोजन होता रहता है। राजभाषा पुरस्‍कार से भी हर साल कर्मचारी सम्‍मानित होते रहते हैं। यह सब कार्य सिर्फ रजिस्‍टर तक सीमित होकर रह जाया करता है। पहली बार सेंट्रल बैंक ने यह काम किया है। इससे न केवल काम-काज आसान होगा, अपितु बैंक के ग्राहकों की समस्‍याओं का भी एक हद तक समाधान हो सकेगा।

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