डिप्टी आरएमओ व विवेचक से अभिलेख तलब

फर्जीवाड़े में लिप्त एजेंसी से लेकर जुड़े कारोबारियों की तार खंगाल रही टीम

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 04:35 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 04:35 AM (IST)
डिप्टी आरएमओ व विवेचक से अभिलेख तलब
डिप्टी आरएमओ व विवेचक से अभिलेख तलब

महराजगंज: धान खरीद में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रशासन की जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है। मुख्य विकास अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी और विवेचक से इस मामले में सभी अभिलेख तलब किया है। फर्जीवाड़े में लिप्त एजेंसी से लेकर इससे जुड़े कारोबारियों की तार को खंगाला जा रहा है।

कोतवाली क्षेत्र में बीते दिनों धान खरीद के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के चार आपरेटरों को पकड़ा गया है। जबकि शिकारपुर निवासी मुख्य आरोपति शंभू गुप्ता फरार है। पकड़े गए आपरेटर के पास से 6.92 लाख रुपये 243 सिमकार्ड, 305 चेकबुक, डिजिटल सिगनेचर, क्रय केंद्रों की मोहर व उपकरण शिकारपुर में एक कमरे से बरामद हुए हैं। इसमें भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) के क्रय केंद्रों की संलिप्तता पाई गई है। इसके जिला प्रबंधक और केंद्र प्रभारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए तो शाखा प्रबंधक लखनऊ को पत्र भेजा गया है। तो उधर प्रशासन और पुलिस की गठित टीम की भी जांच जारी है। जिससे संरक्षण देने वालों की भी बेचैनी बढ़ गई है। जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने जांच के लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में गठित कमेटी एजेंसी से जुड़े कारोबारियों की हिस्ट्री खंगाल रही है। मुख्य विकास अधिकारी ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी अखिलेश कुमार सिंह और विवेचक कोतवाली प्रभारी मनीष कुमार सिंह से अभिलेख तलब किया है। जिसके तहत, खरीद, भुगतान, अवशेष भुगतान, बरामदगी, एजेंसी के खाते, किसानों की संख्या, किसानों का रकबा, एसडीएम के सत्यापन की रिपोर्ट, बैंक डिटेल, केंद्र प्रभारी के डिजिटल सिग्नेचर सहित अन्य बिदुओं पर जानकारी मांगी है।

मुख्य विकास अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि खरीद से जुड़े सभी बिदुओं के अभिलेख जिला खाद्य विपणन अधिकारी और विवेचक से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

सात दिन बाद भी फरार है धान खरीद का इनामी आरोपित

महराजगंज: फर्जी दस्तावेजों के सहारे बिचौलियों का धान एमएसपी पर बेचने का 25 हजार रुपये का इनामी आरोपित शंभू गुप्ता घटना के सात दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। एसपी प्रदीप गुप्ता के नेतृत्व में उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमें लगातार छापेमारी में जुट गई हैं। एसपी ने कहा कि जल्द ही आरोपित की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

पिछले गुरुवार को साइबर सेल के प्रभारी मनोज कुमार पंत के नेतृत्व में स्वाट व कोतवाली पुलिस की टीम ने शिकारपुर के निजी आफिस में चल रहे अवैध धंधे का पर्दाफाश करते हुए वहां आपरेटर के रूप में काम कर रहे सदर कोतवाली थानाक्षेत्र के करमहा निवासी भालेंदु चतुर्वेदी,बरवा विद्यापति निवासी शत्रुघ्न पाठक व घुघली थाना क्षेत्र के बल्लो खास निवासी भागवत प्रसाद और पड़री खुर्द निवासी ब्यासमुनि पाठक को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन मुख्य आरोपित व धान खरीद का मास्टरमाइंड पुलिस से बच निकला था। पुलिस ने पकड़े गए चारों आरोपितों समेत मुख्य आरोपित शंभू गुप्ता के खिलाफ कूटरचित दस्तावेजों के सहारे सरकारी योजना का लाभ लेने समेत आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपित पर 25 हजार रुपये के इनाम की भी घोषणा कर दी थी। पिछले सात दिनों से पुलिस की चार टीमें लगातार आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही हैं।

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