Corona effect: गोरखपुर में कोरोना के चलते 50 फीसद से अधिक घट गया रेडीमेड गारमेंट का उत्पादन

गीडा स्थित श्री सदगुरु फैशन प्राइवेट लिमिटेड में कई कुछ कर्मचारियों की तबीयत खराब हुई तो उसके बाद फैक्ट्री में उत्पादन बंद कर दिया गया। सभी कर्मचारियों को आराम करने की सलाह दी गई। पहले से तैयार माल ही बेचे जा रहे हैं।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 10:50 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 02:47 PM (IST)
Corona effect: गोरखपुर में कोरोना के चलते 50 फीसद से अधिक घट गया रेडीमेड गारमेंट का उत्पादन
श्री सदगुरु फैशन प्राइवेट लिमिटेड के संचालक रमाशंकर शुक्‍ल की फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी पर नियंत्रण के लिए सरकार की ओर से की गई बंदी में औद्योगिक इकाइयों को छूट भले दी गई है लेकिन इस महामारी का प्रभाव उत्पादन पर नजर आ रहा है। एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल रेडीमेड गारमेंट सेक्टर का उत्पादन एक अप्रैल की तुलना में आधे से भी कम हो गया है। अधिकतर इकाइयों में तो पिछले कुछ दिनों से उत्पादन बंद हो गया है। जहां काम हो रहा है, वहां करीब 25 से 30 फीसद कर्मचारी ही पहुंच रहे हैं।

कर्मचारियों की तबीयत खराब होने पर फैक्‍ट्री में उत्‍पादन बंद

गीडा स्थित श्री सदगुरु फैशन प्राइवेट लिमिटेड में कई कुछ कर्मचारियों की तबीयत खराब हुई तो उसके बाद फैक्ट्री में उत्पादन बंद कर दिया गया। सभी कर्मचारियों को आराम करने की सलाह दी गई। पहले से तैयार माल ही बेचे जा रहे हैं। फैक्ट्री के संचालक का कहना है कि सरकार की ओर से तो कोई रोक नहीं है लेकिन अलग-अलग राज्यों में प्रतिबंध के कारण कपड़ा, धागा सहित अन्य क'चा माल आने में दिक्कत हो रही है। उत्पादन काफी पहले से कम हो गया। यह समय लगन का होता है, जिसके कारण मांग बढ़ती है। पर, इस बार भी बाजार में मांग नहीं रही। कर्मचारियों की सुुरक्षा के लिए उन्हें अवकाश दिया गया है। जिले में इस समय करीब 70 इकाइयां चिन्हित हैं। इनमें से अधिकतर इकाइयों में उत्पादन न के बराबर है।

नहीं आ पा रहा कच्‍चा माल

भीटी खोरिया स्थित प्रतिभा गारमेंट में सामान्य दिनों में 20 से अधिक लोग काम करते थे। पर, इस समय पांच से छह लोग ही काम पर आ रहे हैं। उत्पादन करीब 50 फीसद तक कम हो चुका है। इस इकाई के संचालक का कहना है कि इस समय टी शर्ट, लोवर व मास्क बनाया जा रहा है। लुधियाना से कच्‍चा माल प्राप्त हो रहा है। एलयू स्पोर्ट्स में लोवर, टी शर्ट सहित अन्य उत्पाद तैयार होते हैं। उत्पादन में एक अप्रैल की तुलना में यहां भी 50 फीसद से अधिक गिरावट दर्ज की गई है। फैक्ट्री में कच्‍चा माल आने में भी परेशानी है। कपड़ा, कालर, धागा आदि मिलने में दिक्कत हो रही है। बंदी के कारण कर्मचारियों के आने में भी परेशानी है। पिछले दो-तीन दिनों से उत्पादन न के बराबर हुआ है। इस समय मांग भी काफी प्रभावित हुई है।

कई इकाइयों में उत्‍पादन ठप

श्री सदगुरु फैशन प्राइवेट लिमिटेड एवं चैंबर आफ रेडीमेड गारमेंट्स के अध्यक्ष रमाशंकर शुक्‍ल का कहना है कि जिले में रेडीमेड गारमेंट की करीब 70 इकाइयां चिन्हित हैं। इनमें से अधिकतर में उत्पादन बहुत कम है। सरकार की ओर से औद्योगिक इकाइयों को संचालन की अनुमति दी गई है लेकिन कर्मचारियों की संख्या कम है और कच्‍चा माल भी नहीं मिल पा रहा।

प्रतिभा गारमेंट के लक्ष्मी प्रसाद शास्त्री का कहना है कि औद्योगिक इकाई में उत्पादन प्रभावित हुआ है क्योंकि कर्मचारी ही कम आ रहे हैं। कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए इकाई चलाई जा रही है। उम्मीद है कि कोरोना महामारी का प्रभाव कम होने के साथ रौनक लौटेगी। एलयू स्पोर्ट्स की उज्मा नसीम का कहना है कि कोरोना महामारी एवं बंदी के कारण कारीगर का फैक्ट्री तक आना नहीं हो रहा है। जिसके कारण उत्पादन कम करने का निर्णय लेना पड़ा है। कच्‍चा माल भी नहीं मिल पा रहा। पिछले कुछ दिनों से उत्पादन शून्य है।

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