चुनाव में चुनौती बनी 129 गांवों में बिक रही कच्ची, शहर के कई मोहल्ले में भी बड़े पैमाने पर चलता है धंधा Gorakhpur News
एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने थानेदारों को निर्देश दिए हैं कि जिन गांवों कच्ची शराब बनने व बिकने की शिकायत है वहां रोजाना दबिश दें।तीन साल में जिन लोगों के खिलाफ चार से अधिक मुकदमा दर्ज हुआ है उनकी सूची तैयार कर गुंडा एक्ट की कार्रवाई करें।
गोरखपुर, जेएनएन। पंचायत चुनाव में जिले के 129 गांवों में बिकने वाली कच्ची शराब को बंद कराना पुलिस व आबकारी विभाग के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। लंबे समय से इन गांवों में कच्ची शराब बनाने व बंद कराने के लिए अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है लेकिन सार्थक परिणाम नहीं मिला।पंचायत चुनाव की सरगर्मी शुरू होने के साथ ही चिन्हित किए गए गांवों में कच्ची शराब बेचने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है।
चुनाव में शराब की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में जिले में कुटीर उद्योग का रूप ले चुके इस धंधे को बंद कराने के लिए पुलिस व आबकारी विभाग के अधिकारी जुट गए हैं। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने थानेदारों को निर्देश दिए हैं कि जिन गांवों कच्ची शराब बनने व बिकने की शिकायत है वहां रोजाना दबिश दें।तीन साल में जिन लोगों के खिलाफ चार से अधिक मुकदमा दर्ज हुआ है उनकी सूची तैयार कर गुंडा एक्ट की कार्रवाई करें।
2015 में हुई थी पांच लोगों की मौत
दिसंबर 2015 के पंचायत चुनाव के दौरान पिपराइच के जंगल छत्रधारी गांव में जहरीली शराब से पांच लोगों की मौत हो गई थी। 30 से ज्यादालोग बीमार हुए थे। पुलिस ने इस मामले में प्रधान पद के प्रत्याशी और उनके सहयोगियों पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा था। इस घटना की पुनरावृत्ति न इसको लेकर आबकारी विभाग की टीम भी छोपमारी कर रही है।
किस थानाक्षेत्र में कितने जगह बिकती है कच्ची
कैंट 3, खोराबार 7, रामगढ़ताल 6, गुलरिहा 11, शाहपुर 4, चिलुआताल 7, पिपराइच 3, गोरखनाथ 2, तिवारीपुर 3, राजघाट 2, गीडा 3, बेलीपार 2, कैंपियरगंज 8, पीपीगंज 1, बांसगांव 5, गगहा 6, चौरीचौरा 9, झंगहा 6, सहजनवां 9, हरपुर-बुदहट 3, गोला 10, उरुवां 2, बड़हलगंज 3, खजनी 5, सिकरीगंज में तीन और बेलघाट में छह स्थानों पर कच्ची बिक रही है। एसएसपी जोगेंद्र कुमार का कहना है कि सभी थाना व चौकी प्रभारी को निर्देश दिए गए हैं कि अभियान चलाकर एक सप्ताह के भीतर कच्ची शराब का धंधा पूरी तरह बंद करा दें।इसके बाद क्षेत्र में कच्ची शराब बनने व बिकने की शिकायत मिली तो जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई की