लाल निशान के करीब पहुंची राप्ती, कटान तेज
नदी के बढ़ते जलस्तर को देख ग्रामीणों को सता रहा डर
संतकबीर नगर: मेंहदावल के कछार में बहने वाली राप्ती नदी तेजी के साथ लाल निशान के करीब पहुंच रही है। फिलहाल अभी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन पिछले चार दिनों में जिस रफ्तार से नदी का जलस्तर बढ़ा है उससे खतरे की आशंका बढ़ रही है। 19.2 किमी करमैनी-बेलौली तटबंध पर राप्ती नदी का जलस्तर कहीं-कहीं प्रभाव डाल रहा है।
इस बीच लगातार हो रही बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। खतरे का निशान 79.50 मीटर है जबकि वर्तमान में नदी का जलस्तर 78.10 मीटर पर है। शुक्रवार को 10 सेंटीमीटर की बढ़त दर्ज की गई। तटबंध से सटे गांव बेलोहा, छपिया पराग, छपिया तिवारी, जोरवा, बिशुनपुर, बढ़या, डुमरिया बाबू, तिवारीपुर आदि स्थान काफी संवेदनशील माने जाते हैं। इन गांवों को बचाने का आधार बांध माना जाता है। जलस्तर बढ़ने के साथ ही बांध के आसपास कटान बढ़ रही है। ड्रेनेज खंड के विभागीय लोग कटान रोकने के लिए प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल बांध पूरी तरह से सुरक्षित है और नदी खतरे के निशान से अभी नीचे बह रही है। लेकिन लगातार जलस्तर बढ़ने व कटान बढ़ने के कारण ग्रामीणों को बाढ़ की आशंका को लेकर डर बना हुआ है। इससे पूर्व अधिकारियों ने बांध का दौरा किया था। रेनकट व रैटहोल भरने का निर्देश दिया था। पिछले 10 दिनों में रेनकट व रैटहोल भरने का काम भी किया गया है।
नदी का जलस्तर जरूर बढ़ा है लेकिन बांध पूरी तरह से सुरक्षित है। अभी किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। प्रशासन जलस्तर पर सतत निगरानी कर रहा है। रात्रि चौकियों को सक्रिय किया गया है। प्रशासन हर समस्या से निपटने के लिए सक्षम है।
अजय कुमार त्रिपाठी, एसडीएम मेंहदावल।