घर पर गोली चलने के बाद चर्चा में आ गया रामू द्विवेदी

पूर्व एमएलसी माफिया रामू द्विवेदी उस समय सबसे अधिक चर्चा में तब आया जब उसके आवास पर फरवरी 2014 में फायङ्क्षरग हुई। इस मामले में व्यापारी संजय केडिया ने मुकदमा दर्ज कराया था। एक व्यक्ति को पैर में गोली भी लगी थी।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 08:10 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 08:10 PM (IST)
घर पर गोली चलने के बाद चर्चा में आ गया रामू द्विवेदी
रामू द्विवेदी घर पर हुई फायरिंग के बाद से आए थे चर्चा में। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : पूर्व एमएलसी माफिया रामू द्विवेदी उस समय सबसे अधिक चर्चा में तब आया, जब उसके आवास पर फरवरी 2014 में फायरिंग हुई। इस मामले में व्यापारी संजय केडिया ने मुकदमा दर्ज कराया था। एक व्यक्ति को पैर में गोली भी लगी थी। मामले की विवेचना कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफार्मर कर दिया गया। विवेचना में पुलिस ने प्राण घातक हमला होने का अपराध नहीं पाए जाने पर कोर्ट में हल्की धारा में चार्जशीट दाखिल कर दी। एडीजी के सख्त होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और अब न्यायालय ने पुन: विवेचना कराने का निर्देश दिया है। पुलिस अधीक्षक डा.श्रीपति मिश्र का कहना है कि इस प्रकरण की विवेचना शुरू हो गई है। जल्द ही इस मामले में भी आरोपितों का रिमांड लिया जाएगा।

रामू द्व‍िवेदी का आपराधिक इतिहास

1997 में रामू ने लखनऊ के हसनगंज थाने में अपराध में कदम रखा और पहला मुकदमा बलवा व हत्यश के प्रयास का दर्ज हुआ, इसके बाद 1998 में कृष्णानगर थाने हत्या के प्रयास, 1998 में गैंगस्टर, 1999 में हजरतगंज थाने में हत्या, चौरीचौरा थाने में 2003 में दसजी, 2012 में देवरिया में रंगदारी, धमकी, 2014 में रंगदारी, हत्या के प्रयास, बलवा समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।

2012 में मनीष मिश्रा ने अपराध के क्षेत्र में रखा कदम

मनीष मिश्रा ने 2012 में संजीव द्विवेदी के साथ पहली बार अपराध में कदम रखा और रंगदारी मांगी। इसके बाद 2014 में भी रंगदारी, हत्या के प्रयास, खुखुंदू थाने में दलित अधिनियम, गैंगस्टर, 2017 में आबकारी एक्ट व धोखाधड़ी, 2019 में नकली शराब बनाने का मुकदमा दर्ज किया गया।

कुणाल मल्ल का आपराधिक इतिहास

संजीव द्विवेदी के साथ 2012 में रंगदारी, 2014 में रंगदारी, हत्या के प्रयास, बलवा मारपीट समेत कुल 17 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

जानिए बजरंगी तिवारी के बारे में

बजरंगी ने 2009 में पहली बार अपराध की दुनिया में कदम रखा। इस पर हत्या के प्रयास, मारपीट व बलवा का मुकदमा दर्ज किया गया। 2012 में संजीव द्विवेदी के साथ रंगदारी, 2014 में रंगदारी व हत्या के प्रयास, 2017 में मारपीट, हत्या के प्रयास समेत कुल छह मुकदमे दर्ज हैं।

chat bot
आपका साथी