देवरिया में बारिश का कहर, सरयू नदी का बढ़ गया 25 सेमी जलस्तर

देवरिया जिले में दो दिनों से हाे रही बारिश का कहर अब दिखने लगा है। कटइलवा गांव के सामने सरयू नदी का कटान जारी है। गांव के दक्षिण स्थित दो पेड़ सरयू नदी में विलीन हो गए। कटान की चपेट में कई मकान आ सकते हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 08:45 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 08:45 AM (IST)
देवरिया में बारिश का कहर, सरयू नदी का बढ़ गया 25 सेमी जलस्तर
बरहज के ग्राम कटइलवा में कटान करती सरयू नदी। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : देवरिया जिले में दो दिनों से हाे रही बारिश का कहर अब दिखने लगा है। कटइलवा गांव के सामने सरयू नदी का कटान जारी है। गांव के दक्षिण स्थित दो पेड़ सरयू नदी में विलीन हो गए। कटान की चपेट में कई मकान आ सकते हैं। इसके चलते लोगों में दहशत है। एसडीएम संजीव यादव, सीओ देवानंद ने कटान का निरीक्षण किया। बाढ़ खंड के अधिकारियों ने जियो सीट व जियो बैग नदी के किनारे रखकर बचाव कार्य शुरू कर दिया है।

खतरे के निशान से 1.10 मीटर ऊपर बह रही सरयू नदी

सरयू नदी के जलस्तर में चौबीस घंटे में 25 सेमी की वृद्धि हुई है। नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 67.60 मीटर पर बह रही है। खतरे के निशान से 1.10 मीटर ऊपर बह रही है। उप जिलाधिकारी ने कहा कि लगातार कटान व जलस्तर वृद्धि पर नजर रखा जा रहा है। बाढ़ खंड बचाव कार्य में जुटा हुआ है। तेज बारिश के चलते जलस्तर में वृद्धि हुई है।

कटइलवा गांव के किनारे टकरा रहा सरयू नदी का पानी

देवरिया के बाढ़ खंड के सहायक अभियंता अशोक कुमार द्विवेदी ने कहा कि कई दिनों से तेज हवा के चलते सरयू नदी का पानी कटइलवा गांव के किनारे टकरा रहा है। पानी की लहरें किनारे की मिट्टी से न टकराए, इसके लिए जियो बैग, जियो सीट किनारे लगाई जा रही है।

जद में है घर, दहशत में लोग

कटइलवा में कटान से लोग दहशत में हैं। नदी आबादी से सटे करीब 20 मीटर पर बह रही है। करीब 30 से अधिक लोगों के घर नदी की चपेट में आ सकते हैं। कटान से सरस्वती देवी पत्नी रामस्वरूप निषाद के दो पेड़ में नदी में विलीन हो गए। 11 लोगों के शौचालय कटान की जद में हैं। रामबेलास निषाद, हरि फूलन, रामाश्रय, नंदलाल, लालजी, रामबली, धनेश्वर, विनोद, हरिलाल, हरिकिशोर, हरिश्याम, रामकृत, राजकिशोर, बाबूलाल, रामध्यान, मदन, मनोज, विजय, रामकृपाल, राजकुमार, भुनेश्वर, पूर्णवासी, अर्जुन, लाल बहादुर, सोमनाथ, रामजतन, राधेश्याम, वीरेंद्र, रामप्रवेश आदि के घरों से नदी की दूरी बहुत कम है। बाढ़ खंड पिछले वर्ष से बचाव कार्य करा रहा है।

chat bot
आपका साथी