North Eastern Railway: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए तैयार हो रहा रेलवे, रोजाना एक घंटे चल रहा योग का क्लास
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के परिप्रेक्ष्य में रोजाना सुबह सात से आठ बजे तक जूम एप पर एक घंटे योग का क्लास चल रहा है। विशेषज्ञ प्रशिक्षक लोगों को विभिन्न क्रियाओं को समझा रहे हैं। साथ ही दिनचर्या में योग को शामिल करने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन आनलाइन योग के जरिये अपने कर्मचारियों को निरोग बना रहा है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के परिप्रेक्ष्य में रोजाना सुबह सात से आठ बजे तक जूम एप पर एक घंटे योग का क्लास चल रहा है। विशेषज्ञ प्रशिक्षक लोगों को विभिन्न क्रियाओं को समझा रहे हैं। साथ ही दिनचर्या में योग को शामिल करने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं।
योग की यह कक्षा 21 जून तक प्रतिदिन निर्धारित समय पर चलेगी। आनलाइन योग प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए रेलवे प्रशासन ने जून का आइडी और पासवर्ड नंबर जारी कर दिया है। कोई भी रेलकर्मी या बाहर के लोग भी आइडी नंबर 2262614437 और पासवर्ड श्रीश्री 2021 के माध्यम से जूम से जुड़कर अपने घर पर योगाभ्यास कर सकते हैं। फिलहाल, बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी आनलाइन क्लास से जुड़कर योगाभ्यास करने लगे हैं। वे न सिर्फ योग का अभ्यास कर रहे हैं, बल्कि परिवार में भी माहौल तैयार कर स्वजन को योग के प्रति जागरूक कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन की इस पहल से रेलवे परिसर में योग दिवस से पहले ही योग का वातावरण तैयार होने लगा है।
21 को रेलवे स्टेडियम में योग करेंगे रेलकर्मी
21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर रेलकर्मी सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम के बैडङ्क्षमटन हाल में योग करेंगे। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में सुबह 07.05 से 07.50 बजे तक प्रशिक्षक लोगों को प्राणायाम और योगाभ्यास कराएंगे। इसके अलावा कर्मियों के लिए योग से संबंधित प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। उत्कृष्ट प्राणायाम और योग करने वाले कर्मियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रेलकर्मियों, अधिकारियों एवं उनके स्वजन द्वारा योग किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य, लोगों को योग के प्रति जागरूक कर स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करना। रेलवे आनलाइन माध्यम से भी योग का प्रशिक्षण दे रहा है। जिससे रेलकर्मी स्वस्थ रह कर रेल के माध्यम से देश की सेवा में योगदान दे सकें।