गोरखपुर में रणजी टूर्नामेंट के लिए बनकर तैयार हुआ रेलवे का क्रिकेट मैदान
लगभग 80 लाख रुपये के बजट से तैयार दो मंजिला अति आधुनिक पवेलियन में करीब 500 से 600 दर्शक बैठकर क्रिकेट का आनंद उठा सकेंगे। खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के लिए अलग से व्यवस्था रहेगी। खिलाड़ी गैलरी में खड़े होकर साथियों का उत्साह बढ़ा सकते हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर स्थित रेलवे के क्रिकेट मैदान में अब रणजी, दिलीप और विजय हजारे जैसे प्रतिष्ठित नेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट भी आयोजित हो सकेंगे। इसके लिए क्रिकेट मैदान को राष्ट्रीय मानक के अनुसार तैयार किया जा रहा है। फिलहाल, क्रिकेट मैदान का अति आधुनिक पवेलियन बनकर तैयार हो गया है। सात फरवरी को पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी उद्घाटन कर क्रिकेट खिलाड़ियों और क्रिकेट प्रेमियों को पवेलियन की सौगात देंगे।
अति आधुनिक पवेलियन में यह की गई है व्यवस्था
लगभग 80 लाख रुपये के बजट से तैयार दो मंजिला अति आधुनिक पवेलियन में करीब 500 से 600 दर्शक बैठकर क्रिकेट का आनंद उठा सकेंगे। खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के लिए अलग से व्यवस्था रहेगी। खिलाड़ी गैलरी में खड़े होकर साथियों का उत्साह बढ़ाएंगे तो दर्शक छायादार दीर्घा में बैठकर मनपसंद खिलाड़ियों का हौसला आफजाई करेंगे। दरअसल, पवेलियन का निर्माण नेशनल स्तर के लीग क्रिकेट को लेकर हुआ है। ग्राउंड फ्लोर पर खिलाडिय़ों के लिए दो डारमेट्री, प्रसाधन केंद्र, दो अंपायर रूम, जिम, लॉकर और एक स्टाफ रूम बना है। फर्स्ट फ्लोर के दोनों किनारों पर खिलाडिय़ों के लिए जबकि बीच में वीआइपी गैलरी होगी। दूसरे चरण में मैदान का विस्तार किया जाएगा। ग्राउंड को हराभरा रखने के लिए पहले से ही स्प्रिंकलर बिछ चुका है।फिलहाल, पूर्वोत्तर रेलवे क्रीड़ा संघ ने पवेलियन के उद्घाटन समारोह की तैयारी जोरशोर से शुरू कर दी है।
रणजी मैच के लिए यूपीसीए की मिल चुकी है सहमति
रेलवे क्रिकेट ग्राउंड में रणजी मुकाबलों के लिए उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) ने न केवल सहमति दी है, बल्कि मैदान बनाने में मदद का भी आश्वासन दिया है। इस ग्राउंड पर बीसीसीआइ की अंडर-16 तथा अखिल भारतीय अंतर रेलवे क्रिकेट प्रतियोगिताएं होती रही हैं। पूर्वोत्तर रेलवे क्रीड़ा संघ के महासचिव पंकज कुमार सिंह का कहना है कि पवेलियन का निर्माण पूरा हो गया है। गोरखपुर क्षेत्र में क्रिकेट का माहौल तैयार होगा। बड़े मैच भी खेले जा सकेंगे। युवा खिलाडिय़ों को आगे बढऩे का मौका मिलेगा।