India-Nepal Relations: भारत के सहयोग से नेपाल में छह वर्ष बाद फिर से शुरू होगी रेल सेवा

भारत के सहयोग से नेपाल में छह वर्ष बाद दुबारा रेल सेवा शुरू होने जा रही है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 11:17 AM (IST) Updated:Mon, 21 Sep 2020 08:29 AM (IST)
India-Nepal Relations: भारत के सहयोग से नेपाल में छह वर्ष बाद फिर से शुरू होगी रेल सेवा
India-Nepal Relations: भारत के सहयोग से नेपाल में छह वर्ष बाद फिर से शुरू होगी रेल सेवा

सिद्धार्थनगर, जेएनएन। नेपाल के जनकपुर के जयनगर से धनुषा-कुर्था तक चलने वाली बंद रेल सेवा छह वर्ष बाद फिर से शुरू होने जा रही है। जिसको लेकर नेपाल सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है। रेल सेवा शुरू करने के लिए नेपाल सरकार ने भारत सरकार से नेपाली राष्टध्वज अंकित रेल की खरीदारी की है। जो जनकपुर पहुंच गई।

भारतीय सरकारी कंपनी कोकण से नेपाल सरकार ने ट्रेन डिब्‍बों और इंजन की खरीदारी की है। नेपाल सरकार की मंशा है कि दशहरे के मौके पर जनकपुर के जयनगर से धनुषा-कुर्था तक चलने वाली रेल लाइन की शुरूआत की जाएगी। इसके लिए नेपाल सरकार द्वारा कानून भी बनाया जाएगा। 35 किमी लंबी रेल लाइन पर ट्रेन दौड़ाने के लिए रेल लाइन तैयार की जा चुकी है। 35 किमी लंबे रूट पर जयनगर, कुर्था, बैजलपुरा सहित चार रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे। 

वर्ष 2014 में हुई थी रेल सेवा की शुरूआत

वर्ष 2014 में रेल सेवा की शुरूआत की गई थी। कुछ ही दिनों में रेल की पटरिया जर्जर हो जाने से रेल यातायात को बंद करना पड़ा था। नेपाल सरकार की मंशा है कि इस रेल पटरी का विस्तार कर 52 किमी तक पहुंचाया जाए। जिसको लेकर तैयारी चल रही है। नेपाल रेलवे के महानिदेशक बलराम मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि खरीदी गई ट्रेन की लागत एक अरब रुपये है। ट्रेन के संचालन को लेकर तैयारी चल रही है। दशहरा तक कानून बनाकर रेल का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।

ट्रेन में लगेगी चार बोगी

महानिदेशक नेपाल रेलवे बलराम मिश्रा ने बताया कि जनकपुर धाम-धनुषा-बिजलापुर रेल खंड पर चलने वाली ट्रेन की निर्माता कंपनी कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन कंपनी मुंबई है। इसमें चार बोगी लगेगी। जिसमें एक बार में 12 सौ यात्री सफर कर सकेंगे।

chat bot
आपका साथी