देवरिया जेल से रंगदारी मांगने के बाद बैरकों में छापेमारी, कैदियों में हड़कंप

जनपद देवरिया के जिला जेल में बंद कुख्यात बदमाश रामाश्रय यादव द्वारा जेल के अंदर से ही रंगदारी मांगने के बाद जेल में छापेमारी की गई

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Sep 2018 06:32 PM (IST) Updated:Sun, 09 Sep 2018 06:32 PM (IST)
देवरिया जेल से रंगदारी मांगने के बाद बैरकों में छापेमारी, कैदियों में हड़कंप
देवरिया जेल से रंगदारी मांगने के बाद बैरकों में छापेमारी, कैदियों में हड़कंप

गोरखपुर: जनपद देवरिया के जिला जेल में बंद कुख्यात बदमाश रामाश्रय यादव द्वारा जेल के अंदर से ही बलिया जनपद के एक आटा मिल मालिक से तीन लाख रुपये की रंगदारी मांगने का मामला प्रकाश में आने के बाद जेल प्रशासन गंभीर हो गया है। रविवार को जेल अधीक्षक के नेतृत्व में जेल प्रशासन ने बैरक की तलाशी ली। हालांकि जेल प्रशासन को बैरक से कुछ भी संदिग्ध सामान नहीं मिला। उधर कभी भी बलिया पुलिस जेल आकर शातिर बदमाश के साथ ही जेल प्रशासन से भी पूछताछ कर सकती है।

मऊ जनपद के मधुबन थाना क्षेत्र के ग्राम परसिया गिरी निवासी रामाश्रय यादव कुख्यात अपराधी है। भागलपुर के पूर्व ब्लाक प्रमुख राजेश यादव पर वर्ष 2013 में हमला किया था, जिसमें गोली लगने से चालक की मौत हो गई थी। उसका देवरिया जनपद के अलावा बलिया समेत विभिन्न जनपदों में अपराध का क्षेत्र रहा है। वाराणसी से एसटीएफ ने रामाश्रय को गिरफ्तार किया और वह देवरिया जेल में इन दिनों बंद है। देवरिया जेल की बैरक नंबर सत्रह में बंद रामाश्रय ने बलिया जनपद के बेल्थरा रोड के एक आटा मिल मालिक से तीन लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। साथ ही पैसा न देने पर जान से मारने की धमकी दी है। इस मामले में बलिया पुलिस मुकदमा दर्ज कर छानबीन कर रही है। जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडेय ने कहा कि सूचना मिलने के बाद सत्रह नंबर बैरक की सघन तलाशी ली गई, लेकिन कोई संदिग्ध या इलेक्ट्रानिक सामान नहीं मिला।

देवरिया जेल से पहले भी मांगी जा चुकी है रंगदारी: देवरिया जेल से पहली बार रंगदारी मांगने की बात सामने नहीं आई है। इसके पहले भी कई बार जेल से बड़े अपराधी रंगदारी मांग चुके हैं। जेल से पचास से अधिक मोबाइल अभी तक बरामद किए जा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार जेल में गुटबाजी बढ़ रही है और कभी भी बवाल होने की संभावना है।

देवरिया जेल में अप्रैल 2017 में बाहुबली नेता अतीक अहमद समेत कई बड़े अपराधियों को शिफ्ट कर दिया गया, इसके बाद सुरक्षा व्यवस्था पर ही सवाल खड़ा होने लगा। जेल प्रशासन ने आधा दर्जन जैमर लगाया, ताकि जेल के अंदर से कोई मोबाइल से बात न कर सके, लेकिन प्रशासन के इस मंसूबे पर बदमाशों ने पानी फेर दिया। जेल के अंदर से ही बड़े बदमाश अपना रैकेट संचालित कर रहे हैं। साथ ही लोगों को धमकी देकर रंगदारी मांगने और अपने लोगों को ठेका दिलवा रहे हैं। जेल के अंदर से अगस्त 2017 में गोरखपुर के ईएनटी सर्जन डा. ज्ञानेश को धमकी दी गई। इस मामले में जेल में बंद सोनू ¨सह पर मुकदमा दर्ज हुआ और पुलिस छानबीन की। 30 दिसंबर 2017 को प्रतापगढ़ जनपद के आसपुर देवसरा के दिवाया गांव निवासी मुलायम यादव ने देवरिया जेल से सुल्तानपुर जनपद के चांदा थाना क्षेत्र के ग्राम शफीपुर के प्रधान प्रतिनिधि अनूप शुक्ला को फोन कर पांच लाख की रंगदारी मांगी। न देने पर जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ और छानबीन की गई। अब रामाश्रय यादव ने तीन लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। आएदिन कैदी जेल से ही अपने लोगों व घर पर बात कर रहे हैं। जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय का कहना है कि आए दिन बैरक में चे¨कग की जाती है और कैदियों के पास से हाल ही में मोबाइल बरामद किया गया है। इस मामले में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।

थ्री जी रोकने की है जैमर की क्षमता:

देवरिया जिला कारागार में सुरक्षा के मद्देनजर लाखों रुपये की लागत से मोबाइल जैमर लगाया है। इसे चलाने के लिए सोलर पैनल लगाने का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। खास बात यह है कि इस जैमर की नेटवर्क रोकने की क्षमता थ्री जी मोबाइल नेटवर्क की है, जबकि जनपद में फोरजी मोबाइल नेटवर्क कार्य कर रहा है। इसलिए जेल में बंद कैदी फोर जी मोबाइल व फोर जी नेटवर्क का सिम कार्ड प्रयोग कर रहे हैं और जेल में लगा मोबाइल जैमर अपराधियों के सामने शो-पीस बनकर रह गया है। ----

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