इस जिले में सुरक्षा पर सवाल, क्षमता से तीन गुना अधिक हैं बंदी

देवरिया जिले में क्षमता से तीन गुना अधिक बंदी हैं। इसमें कई शातिर बदमाश भी शामिल हैं। जब कभी जेल में बवाल होता है तो बाहर से फोर्स मंगानी पड़ती है। बंदी रक्षकों की संख्या कम होने के चलते यहां छह पीएसी जवानों की तैनाती की गई है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 07:10 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 07:10 PM (IST)
इस जिले में सुरक्षा पर सवाल, क्षमता से तीन गुना अधिक हैं बंदी
देवरिया जेल में हैं क्षमता से अधिक बंदी। फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : देवरिया जिला कारागार की क्षमता भले ही कम है, लेकिन यहां बंदी क्षमता से तीन गुना अधिक बंद हैं। इसमें कई शातिर बदमाश भी शामिल हैं। सुरक्षा को लेकर हमेशा जेल प्रशासन परेशान नजर आता है। जब कभी कोई जेल में बवाल होता है तो बाहर से फोर्स मंगानी पड़ती है। बंदी रक्षकों की संख्या कम होने के चलते यहां अब छह पीएसी जवानों की तैनाती की गई है।

क्षमता 533 का, 1676 बंदी हैं बंद

जिला कारागार में दवरिया के अलावा कुशीनगर जनपद के भी बंदी बंद होते हैं। इस जेल की क्षमता 533 बंदी रखने की है। वर्तमान में कुल 1676 बंदी रखे गए हैं। 533 बंदियों की सुरक्षा के लिए 52 बंदी रक्षकों की तैनाती होनी चाहिए। वर्तमान में 45 बंदी रक्षक की तैनाती हो पाई है। बंदी रक्षकों की कमी को देखते हुए छह पीएसी जवान की भी तैनाती की गई है। जबकि यहां 1676 बंदी की सुरक्षा के हिसाब से कम से कम 150 बंदी रक्षक की तैनाती होनी चाहिए।

जेल में गैर जनपद से भी आए हैं शातिर बदमाश

जेलर राजकुमार ने कहा कि जिला कारागार में गोरखपुर, बलिया, कुशीनगर के भी कई शातिर बदमाश बंद हैं। इन बंदियों को लेकर हमेशा जेल प्रशासन चौकन्ना रहता है। क्षमता से अधिक बंदी हैं। इनकी सुरक्षा के लिहाज से बंदी रक्षकों की संख्या कम है। बावजूद इसके जेल में सुरक्षा को लेकर प्रशासन गंभीर है।

सड़क विवाद में मारपीट, दोनों पक्षों के आठ लोग घायल

भलुवनी थाना क्षेत्र के ग्राम सुरौली टोला लक्ष्मीपुर में सड़क के विवाद में दो पक्ष आमने-सामने हो गए। इसमें दोनों पक्षों के आठ लोग घायल हो गए। घायलों का प्राथमिक उपचार स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर कराया गया। घटना के संबंध में कार्रवाई के लिए दोनों पक्षों ने पुलिस को सूचना दी है।

रामध्‍यान करवा रहे थे मकान का काम, शुरू हो गया विवाद

रामध्यान अपने मकान का काम करवा रहे थे, तभी सड़क को लेकर दूसरे पक्ष से विवाद हो गया। इसमें दोनों तरफ से लाठी-डंडा व ईंट पत्थर चलने लगे। शोर सुन आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को शांत कराए। मारपीट की घटना में एक पक्ष से रामध्यान के अलावा उनके पिता श्री नाथ, बहन सावित्री, लड़की परी, जीरा, आकांक्षा को चोटें आई। दूसरे पक्ष से भी दो लोगों को चोटें आई।

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