प्राथमिक उपचार किट में रखें पैरासीटामाल, विटामिन सी व डी

राजकीय होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी सेखुई के डा.अजय आनंद ने बताया कि महामारी से बचाव के लिए नींबू युक्त गुनगुना पानी शारीरिक दूरी के साथ नाक आंख पर हाथ लगाने से बचने के साथ मौसमी फलों का अधिकाधिक सेवन खासकर संतरा अंगूर चुकंदर सेब आदि के उपयोग पर जोर दिया। संतुलित आहार के लिए दालहरी सब्जियां नानवेज टमाटरमूली दही के इस्तेमाल पर जोर दिया। बंद कमरे व एसी से बचने के साथ बाहर से घर में आने पर बिना नहाए बच्चों को संपर्क में न आने की हिदायत दी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 06:29 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 06:29 AM (IST)
प्राथमिक उपचार किट में रखें पैरासीटामाल, विटामिन सी व डी
प्राथमिक उपचार किट में रखें पैरासीटामाल, विटामिन सी व डी

सिद्धार्थनगर : वैश्विक महामारी कोरोना एक फिर दूसरी लहर के रूप में हमलावर है। प्रदेश में हाहाकार की स्थित है। इस बार वायरस पिछली बार की तुलना न केवल तेजी से फैल रहा अपितु पाजिटिव लोगों की मृत्यु दर भी अधिक है। चिकित्सकों की मानें तो इसका प्रभावी इलाज नहीं होने के कारण बचाव व सावधानी से ही बचा जा सकता हैं।

होमियोपैथिक चिकित्सक डा. भष्कर शर्मा के अनुसार होमियोपैथिक में आर्सेसेनिक एलबम 30, कम्फोरा सीएच, जेलसिनियम 30, ब्राइनिया 30, इंफीजीनम 200 आदि दवाएं हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। इसके प्रयोग से संक्रमित होने का खतरा कम हो जाता है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नऊवागांव के चिकित्साधिकारी डा. प्रदीप कुमार वर्मा ने कोरोना लक्षणों के बारे में बताया कि गला सूखना, सूखी खांसी, बुखार, गंध की कमी, स्वाद की कमी आदि हैं। लक्षण दिखने पर जांच कराएं। क्या करें-

फेसमास्क का उपयोग ठीक से करें। सेनेटाइजर का नियमित उपयोग करें। खाने के पूर्व व पश्चात् साबुन से हाथ धुले। संतुलित आहार लें। क्या न करें-

भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। खांसी, बुखार वाले मरीजों दूर रहें। मीठे व नमकीन खाद्य सामग्री का कम उपयोग करें। बाजार की चीजें खाने से बचें। प्राथमिक उपचार के लिए घर में पैरासीटामाल, विटामिन डी व सी, खांसी के सीरप, बीकाम्पलेक्स आदि अवश्य रखें। राजकीय होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी सेखुई के डा.अजय आनंद ने बताया कि महामारी से बचाव के लिए नींबू युक्त गुनगुना पानी, शारीरिक दूरी के साथ नाक आंख पर हाथ लगाने से बचने के साथ मौसमी फलों का अधिकाधिक सेवन खासकर संतरा, अंगूर, चुकंदर, सेब, आदि के उपयोग पर जोर दिया। संतुलित आहार के लिए दाल,हरी सब्जियां, नानवेज, टमाटर,मूली, दही के इस्तेमाल पर जोर दिया। बंद कमरे व एसी से बचने के साथ बाहर से घर में आने पर बिना नहाए बच्चों को संपर्क में न आने की हिदायत दी। गुनगुने पानी के सेवन पर अधिक बल दिया। राजकीय होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी हल्लौर के डा. रत्नेश कुमार ने कहा छींकने या खांसने पर टिशू पेपर या कोहनी का प्रयोग करें। कोरोना से बचाव का टीका अवश्य लगवाएं, गर्मी के बाद भी ठंडे पानी के सेवन से बचें। हाथ मिलाने, सार्वजनिक रूप से थूकने से बचें, समूह में समारोहों में भाग लेने से बचें। तापमान व सांस संबंधी लक्षणों की नियमित जांच करते रहें। खाने में खट्टी खाद्य सामग्री का अधिक उपयोग करें। अफवाह व दहशत में न आएं।

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