व्यक्ति की स्वतंंत्रता सुरक्षित रखता है पं. दीनदयाल का एकात्म मानववाद

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक डा. शिव प्रकाश ने कहा कि भारत सांस्कृतिक राष्ट्र है। यह देखते हुए ही पं. दीनदयाल ने विकेंद्रीकृत स्वदेशी अर्थव्यवस्था के साथ विकास की योजनाओं में गरीब के उत्थान को केंद्र बिंदु बनाने की बात कही थी।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 04:15 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 04:15 PM (IST)
व्यक्ति की स्वतंंत्रता सुरक्षित रखता है पं. दीनदयाल का एकात्म मानववाद
गोष्‍ठी को संबोधित करते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक डा. शिव प्रकाश। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के उपलक्ष्य में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित चार दिवसीय संगोष्ठी का शनिवार को दीक्षा भवन में समापन हुआ। कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक डा. शिव प्रकाश ने कहा कि भारत सांस्कृतिक राष्ट्र है। यह देखते हुए ही पं. दीनदयाल ने विकेंद्रीकृत स्वदेशी अर्थव्यवस्था के साथ विकास की योजनाओं में गरीब के उत्थान को केंद्र बिंदु बनाने की बात कही थी। वर्तमान में मोदी सरकार वोकल फार लोकल और आत्मनिर्भर अभियान के माध्यम से उनकी सोच को जमीन पर उतार रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी यही बीड़ा उठा रखा है।

भारतीय दर्शन को आधार बनाकर एकात्‍म मानवाद प्रस्‍तुत किया विचार

उन्होंने कहा कि यूरोप ने आगे बढऩे के लिए पूंजीवाद, समाजवाद और साम्यवाद की विचारधारा को अपनाया, जबकि पं. दीनदयाल ने भारतीय ऋषियों के दर्शन को आधार बनाते हुए एकात्म मानववाद का विचार प्रस्तुत किया। उन्होंने यूरोप में पनपने वाले विचारों को विदेशी करार देते हुए खारिज कर दिया। उसे व्यक्ति की स्वतंत्रता खत्म कर देने वाला विचार बताया। कहा कि हमारी विचारधारा ऐसी होनी चाहिए, जो स्वदेशी होने के साथ-साथ विकेंद्रीकरण की बात करती हो। जिससे व्यक्ति की स्वतंत्रता को क्षति न पहुंचे, उस सिद्धांत को पं. दीनदयाल ने एकात्म मानववाद का नाम दिया।

पं. दीनदयाल के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कहा कि पं. दीनदयाल के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। इसे ध्यान में रखकर ही विश्वविद्यालय की ओर से फरवरी में उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें दुनिया भर के ख्यातिलब्ध विद्वानों ने हिस्सा लिया। साथ ही पंडित जी को समर्पित सात दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। विश्वविद्यालय ने पंडित दीनदयाल के नाम पर दो क्रेडिट का कोर्स भी डिजाइन किया है। विश्वविद्यालय में दीनदयाल शोध पीठ पहले से ही मौजूद है।

एकात्‍म मानववाद सबको साथ लेकर चलने वाली विचारधारा

विशिष्ट अतिथि और विश्वविद्यालय के कार्य परिषद सदस्य अनिल कुमार सिंह ने कहा कि एकात्म मानववाद सबको साथ लेकर चलने की बात करता है। यह सिद्धांत सबका साथ सबका विकास का हिमायती है। नगर विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि पंडित दीनदयाल ने देश की राजनीति को नई दिशा दी। साढ़े चार साल में योगी सरकार ने उनके विचारों को जमीन पर उतारने का कार्य किया। कार्यक्रम की रूपरेखा आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो. अजय सिंह ने प्रस्तुत की। संचालन डा. शैलेश सिंह और आभार ज्ञापन प्रो. विनय कुमार ङ्क्षसह ने किया। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक डा. पृथ्वीराज सिंह भी मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी