तलाशी जा रही शातिर तारबाबू की संपत्ति
देवरिया के एसपी ने गोरखपुर व लखनऊ के नगर निगम विकास प्राधिकरण को लिखा पत्र।
देवरिया, जेएनएन। शातिर बदमाश तारबाबू की जिले में संपत्ति कुर्क करने के बाद बड़े शहरों में संपत्ति की तलाश शुरू हो गई है। पुलिस को अंदेशा है कि तारबाबू ने गोरखपुर और लखनऊ शहर में खुद के नाम व स्वजन के नाम करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने लखनऊ व गोरखपुर के नगर निगम, विकास प्राधिकरण व आवास विकास के अफसरों को पत्र लिखकर ब्योरा उपलब्ध कराने को कहा है।
बनकटा थाना क्षेत्र के ग्राम रुस्तम बहियारी निवासी तारबाबू पर हत्या, हत्या के प्रयास, गैंगस्टर, लूट समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज है। वह जिला कारागार में बंद है। प्रशासन ने इसी माह गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए उसकी साढ़े छह करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। वहीं उसे दूसरे जिले के कारागार में भेजने की तैयारी चल रही है। अपराधी तारबाबू की दूसरे शहरों में संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाने में पुलिस लगी है। एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने गोरखपुर व लखनऊ में संपत्ति का पता लगाने के लिए लिखा-पढ़ी की है। उन्होंने तारबाबू यादव पुत्र रमाशंकर, हृदयानंद यादव, दयाराम यादव व मदन यादव पुत्रगण स्व.उमाशंकर यादव, राना देवी पत्नी स्व.उमाशंकर यादव के अलावा तारबाबू की पत्नी राजकुमारी देवी, पिता रमाशंकर, माता कमलावती देवी, भाई छोटेलाल यादव व लक्ष्मण यादव के नाम से अर्जित संपत्ति के संबंध में जानकारी मांगी है।
लखनऊ व गोरखपुर में संपत्ति अर्जित करने के बारे में पता लगाया जा रहा है। परिवार के सदस्यों के नाम के लोगों की सूची उपलब्ध हो गई है। यह पता किया जा रहा है कि वह नाम इसके स्वजन का है या किसी दूसरे का है।
डा.श्रीपति मिश्र, एसपी