आन लाइन पढ़ाई में महंगे रिचार्ज से परेशानी

वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से बहुत कुछ बदल गया है। सबसे अधिक प्रभावित स्कूली बचे हो रहें है। लाकडाउन की वजह से बचों की पढ़ाई का पैटर्न बदल गया था और आन लाइन पढ़ाया जाने लगा। जो ग्रामीण क्षेत्र के बचों का अब भी एक मात्र सहारा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:56 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:56 PM (IST)
आन लाइन पढ़ाई में महंगे रिचार्ज से परेशानी
आन लाइन पढ़ाई में महंगे रिचार्ज से परेशानी

सिद्धार्थनगर : वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से बहुत कुछ बदल गया है। सबसे अधिक प्रभावित स्कूली बच्चे हो रहें है। लाकडाउन की वजह से बच्चों की पढ़ाई का पैटर्न बदल गया था, और आन लाइन पढ़ाया जाने लगा। जो ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों का अब भी एक मात्र सहारा है। कोचिग के लिए बच्चों को बहुत दूर-दूर तक जाना पड़ता है। सुरक्षा के ²ष्टि अभिभावक अपनी लड़कियों को दूर भेजना नहीं चाहते हैं। ऐसे में मोबाइल से आन लाइन पढ़ाई ही विकल्प है। लेकिन आन लाइन पढ़ाई पर भी मोबाइल कंपनियों ने ग्रहण लगा दिया। जबसे नेट रिचार्ज महंगे हुए हैं। अक्टूबर महीने तक एयरटेल के 56 दिन तक चलने वाले दो जीबी प्रतिदिन डाटा व अनलिमिटेड काल वाला पैक 449 रुपये का था। जो इस महीने में 549 रुपया हो गया है। इसी प्रकार वोडाफोन में 28 दिन तक चलने वाले एक जीबी डेली डाटा व अनलिमिटेड काल वाला पैक 199 रुपये का था जो अब 299 रुपये हो गया है। इसी प्रकार जीओ कंपनी के रिचार्ज भी महंगे हुए हैं।

संजय गुप्ता ने कहा कि किसी तरह से एंड्राइड मोबाइल खरीद कर बच्चों को पढ़ने के लिए दिया, बेरोजगारी के दौर में घर खर्च में कटौती कर नेट पैक डलवाते हैं। रिचार्ज महंगे होने से घर का बजट गड़बड़ा गया है।

मनबहाल दुबे का कहना है कि 25 से 30 फीसदी वृद्धि होने से रिचार्ज कराना कठिन हो गया है। पेट्रोलियम पदार्थो पर तो सभी राजनीतिक दल ध्यान दिए, लेकिन इस पर किसी की नजर न पड़ने से कंपनियों की मनमानी बढ़ गई है।

महफूज ने कहा कि 200 रुपये प्रतिदिन से भी कम कमाने वाली आबादी का ज्यादातर हिस्सा कृषि पर निर्भर है। ऐसे में सवाल उठता है कि प्रतिमाह छह हजार कमाने वाला आदमी हर महीने 500 से एक हजार रुपये अतिरिक्त इंटरनेट पर खर्च करेगा तो खाएगा क्या।

अबू बकर का कहना है कि मोबाइल कंपनियों के निगरानी के लिए ट्राई जैसी संस्था बनी हुई है, लेकिन यह भी कंपनियों को रिचार्ज महंगा करने से नहीं रोक पा रही है। एक महीने के काल और नेट रिचार्ज का मूल्य 300 रुपये तक जा पहुंचा है। इससे अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।

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