प्राथमिक स्कूल के बच्‍चों ने खाेला अनूठा बैंक, पढ़ाई में बाधा नहीं बनेगी कापी पेंसिल की कमी

प्राथमिक विद्यालय चनऊ के बच्‍चों ने अनूठी पहल की है। विद्यालय में उन्‍होंने कापी पेंसिल बैंक स्‍थापित किया है। इस बैंक से बच्‍चों को कापी पेंसिल दी जाती है। पढाई के दौरान यदि कापी भर जाए या पेंसिल न हो तो बैंक उन्‍हें दोनों चीजें उपलब्‍ध कराता है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 02:30 PM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 02:30 PM (IST)
प्राथमिक स्कूल के बच्‍चों ने खाेला अनूठा बैंक, पढ़ाई में बाधा नहीं बनेगी कापी पेंसिल की कमी
प्राथमिक स्कूल बच्‍चों ने खाेला अनूठा बैंक। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पिपरौली ब्लाक के प्राथमिक स्कूल चनऊ के कक्षा तीन से पांच तक के बच्‍चों ने शिक्षकों के सहयोग से अनूठा बैंक स्‍थापित किया है। अब किसी भी बच्‍चे की पढाई में कापी और पेंसिल जैसी चीजों की कमी आडे नहीं आ पाएगी। इन बच्‍चों ने स्कूल में ही कापी बैंक बना डाला है। पढ़ाई के दौरान यदि किसी बच्‍चे की कापी भर जाती है या फिर कलम चलना बंद हो जाती है तो उन्हें निराश नहीं होना पड़ेगा। उन्हें खुद के स्थापित बैंक से ही कापी व पेन उपलब्ध हो जाएगा। बच्‍चों की यह अनूठी पहल जिले में हर तरफ चर्चा में है।

बच्‍चों ने ही की बैंक बनाने की पहल

कोरोनाकाल के बाद जब स्कूल खुले तो एक तरफ जहां कुछ बच्‍चे सुस्त नजर आए वहीं कुछ ऐसे उत्साहित बच्‍चे भी रहे जिनकी सोच की आज मिसाल दी जा रही है। इन्हीं में से एक हैं चनऊ प्राथमिक स्कूल के बच्‍चे। स्कूल के सहायक अध्यापक आशुतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रधानाध्यापक उषा सिंह तथा शिक्षक दिनेश श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में स्कूल के बच्‍चों ने कुछ दिन पहले कापी बैंक बनाने की योजना बनाई।

पढाई के दौरान कापी भर जाने पर बैंक से मिलती है दूसरी कापी

कक्षा में पढ़ाई के दौरान कभी-कभी बच्‍चों की कापी भर जाती है जिससे उनका लेखन कार्य बाधित हो जाता है। इस असुविधा से बचने के लिए पहले कुछ बच्‍चों ने शुरुआत में अपनी तरफ से कुछ कापियां कापी बैंक में जमा की ताकि कापी भर जाने की स्थिति में वह इस बैंक से कापी ले सकें और अगले दिन या बाद में एक नई कापी लाकर बैंक में जमा कर दें।

दो अक्‍टूबर को शुरु हुआ बैंक

बच्‍चों के इस अनूठे बैंक का दो अक्टूबर को शुभारंभ हुआ था। अभी तक बैंक में दो सौ कापियां, पेन, पेंसिल व बाक्स उपलब्ध है। धीरे-धीरे स्कूल बैंक में स्केल, कटर, रबड़ आदि भी जमा होने की शुरुआत हो गई है। बैंक को लेकर बच्‍चों के साथ ही साथ शिक्षक भी खासे उत्‍साहित हैं।

बच्‍चे ही संचालित करते हैं बैंक

कापी बैंक का संचालन स्कूल के बच्‍चे स्वयं करते हैं। फिलहाल स्‍कूल के छात्र अर्जुन, शैली, अवतंस तथा अनुप्रिया को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। गांव के प्रधान उमेश निषाद कापी बैंक की इस पहल के लिए बच्‍चों को प्रमाण पत्र व मेडल देकर सम्मानित कर चुके हैं।

गोरखपुर को प्रेरक जनपद बनाएगा बच्‍चों का अनोखा बैंक

बीएसए आरके सिंह बच्‍चों की अनूठी पहल की तारीफ करते नहीं थकते। वह कहते हैं कि बच्‍चों की इस अनूठी पहल से अन्य स्कूलों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। यह पहल गोरखपुर के प्रेरक जनपद बनने में मील का पत्थर साबित होगा।

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