गोरखपुर में फलों के दाम में 25 फीसद इजाफा, केला 70 रुपये दर्जन-बाकी फलों के दाम यहां देखिए Gorakhpur News
नवरात्र में जहां व्रत रखने वाले फलाहार करते हैं तो वहीं रमजान में रोजेदार इफ्तार में ताजे फलों को तरजीह देते हैं। यही वजह है कि नवरात्र एवं रमजान में फलों की मांग दोगुनी हो जाती है। इसको लेकर महेवा मंडी के थोक कारोबारियों ने तैयारी भी की है।
गोरखपुर, जेएनएन। नवरात्र एवं रमजान शुरू होने से पहले ही जेब पर फलों की कीमत भारी पडऩे लगी है। तीन दिन में ही फलों के दामों में 25 फीसद तक इजाफा हो गया है। पूरे शहर में कहीं भी केला 70 रुपये दर्जन से कम में नहीं मिल रहा है। कोल्ड स्टोरेज से आने वाले सेब, संतरा समेत अंगूर, पपीता, अनार, अन्ननास के दाम भी बढ़ चुके हैं। मंगलवार को नवरात्र के साथ ही रमजान शुरू होने की उम्मीद है। ऐसे में लोगों को फल खरीदने के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है।
नवरात्र और रमजान का महीना शुरू
नवरात्र में जहां व्रत रखने वाले फलाहार करते हैं तो वहीं रमजान में रोजेदार इफ्तार में ताजे फलों को तरजीह देते हैं। यही वजह है कि नवरात्र एवं रमजान में फलों की मांग दोगुनी हो जाती है। इसको लेकर महेवा मंडी के थोक कारोबारियों ने तैयारी भी की थी, लेकिन एकाएक फलों के दाम में बढ़ोतरी होने लगी। आमतौर पर 35 से 50 रुपये दर्जन बिकने वाला केला 70 रुपये पहुंच गया है। इसी तरह सेब 120 से 150, संतरा 80 से 120 और अनार 125 रुपये किलो बिक रहा है। अंगूर भी 80 रुपये पर पहुुंच चुका है। व्यापारियों ने दावा किया था कि सेब व संतरा को छोड़ बाकी फलों की आवक भरपूर है। इसलिए न तो फल की किल्लत होगी और न दाम बढ़ेंगे, लेकिन पहले ही दाम बढ़ गए।
प्रतिदिन आती है 15 गाडिय़ां
मंडी में प्रतिदिन केला, पपीता, मौसमी, अनार, अंगूर, तरबूज व सेब की 15 से ज्यादा गाडिय़ां देश के अलग-अलग इलाकों से आती है। अगल-बगल जिलों में भी फलों की आपूर्ति महेवा मंडी से होती है। थोक कारोबारी विजय कुमार ने बताया कि आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र, नासिक, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, आंध्र प्रदेश से फल आ रहा है। रविवार को फल मंडी बंद होती है इसलिए फुटकर विक्रेता दाम बढ़ता देते हैं।