फेल साबित हुए रोकथाम के उपाय, डायरिया व डेंगू दिखा रहीं आंख, हाथ पर हाथ धरे बैठा विभाग
विभाग स्वास्थ्य केंद्रों से निश्शुल्क दवाएं बांटकर अपनी पीठ भले थपथपा रहा हो लेकिन दो खतरनाक बीमारियां- डायरिया व डेंगू लगातार आंख दिखा रही हैं। रोकथाम में विभाग पूरी तरह फेल साबित हुआ है। विभाग रोकथाम के उपाय करता रहा और शून्य से मरीजों की संख्या बढ़कर 36 हाे गई।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। विभाग स्वास्थ्य केंद्रों से निश्शुल्क दवाएं बांटकर अपनी पीठ भले थपथपा रहा हो लेकिन दो खतरनाक बीमारियां- डायरिया व डेंगू लगातार आंख दिखा रही हैं। डेंगू की रोकथाम में विभाग पूरी तरह फेल साबित हुआ है। विभाग रोकथाम के उपाय करता रहा और शून्य से मरीजों की संख्या बढ़कर 36 हाे गई। साथ ही डायरिया के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। पाली के भरपही गांव में तीन लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनाें लोग बीमार हैं।
डेंगू व डायरिया की रोकथाम के लिए लगाई गई हैं नौ टीमें
एक सितंबर से ही जिले में डेंगू व डायरिया की रोकथाम के लिए नौ टीमें लगाई गई हैं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि गांवों में जाकर लोगों को साफ-सफाई व शुद्ध पेयजल के बारे में जागरूक करें। साथ ही बीमार लोगों की जांच कर उन्हें दवाएं प्रदान की जाएं। ताकि संक्रामक बीमारियों की रोकथाम हो सके। दोनों मोर्चों पर विभाग फेल साबित हुआ है।
सितंबर के शुरुआत में शून्य थे डेंगू के मामले
सिंतबर की शुरुआत में डेंगू के मामले शून्य थे, जो अब बढ़कर 36 हो गए हैं। डायरिया का प्रकोप बाढ़ के दौरान तेज हुआ था लेकिन बाढ़ खत्म होने के साथ ही यह प्रकोप पर भी काफी हद तक कम हो गया। इसके बाद विभाग ने लापरवाहियां बरतनी शुरू की और इसका खामियाजा आम नागरिक अब भुगत रहे हैं। पाली ब्लाक के भरपही गांव में दर्जनों लोग डायरिया की चपेट में आ चुके हैं। स्थिति इतनी भयावह हो गई कि स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में डेरा डालना पड़ा है।
लोगों को किया जा रहा इलाज
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि डायरिया व डेंगू दोनों बीमारियां काफी हद तक नियंत्रण में आ चुकी हैं। भरपही गांव में 24 घंटे हमारी टीम मुस्तैद है। लोगों का इलाज किया जा रहा है। लोग तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। डेंगू की रोकथाम के लिए भी प्रयास तेज कर दिए गए हैं।