राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा- गोरखपुर को सिटी ऑफ नॉलेज बनाएं

महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के मुख्य महोत्सव में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। राज्यपाल राम नाईक भी उनके साथ थे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 10 Dec 2018 09:39 AM (IST) Updated:Mon, 10 Dec 2018 11:46 AM (IST)
राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा- गोरखपुर को सिटी ऑफ नॉलेज बनाएं
राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा- गोरखपुर को सिटी ऑफ नॉलेज बनाएं

गोरखपुर, जेएनएन।  राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद चाहते है कि 2032 तक गोरखपुर सिटी ऑफ नॉलेज के रूप में स्‍थापित हो। उन्‍होंने इसका संकल्‍प लेने की अपील करते हुए यह भरोसा भी जताया है कि गोरखपुर इसमें सफल होगा। योगी आदित्‍यनाथ के विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि गोरखपुर बदल रहा है।
राष्‍ट्रपति महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के मुख्य महोत्सव मुख्‍य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्‍होंने कहा कि मैं नियमित रूप से गोरखपुर आता रहा हूं। राष्‍ट्रपति बनने के बाद पहली बार गोरखपुर आया हूं। यहां पर जो बदलाव मुझे दिख है वह विकास का प्रतीक है।
राज्‍यपाल भी थे मौजूद
राज्यपाल राम नाईक भी उनके साथ हैं। मंदिर के मुख्य द्वार से प्रवेश कर उनका वाहन सीधे गुरु गोरक्षनाथ मंदिर के सामने पहुंचा। वाहन से उतरकर सीधे वह गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में पहुंचेंगे और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उनका दर्शन-पूजन किया। मंत्रोच्चार गुरु गोरक्षनाथ संस्कृत विद्यापीठ के 101 वेदपाठी छात्रों द्वारा मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी वैदिक के नेतृत्व में किया।
गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन-पूजन के बाद राष्ट्रपति ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधि स्थल पर जाएंगे और माल्यार्पण कर उनका आशीर्वाद लेंगे। पूजा-अर्चना की आनुष्ठानिक प्रक्रिया सम्पन्न करने के बाद राष्ट्रपति गोरक्षपीठाधीश्वर के बैठक कक्ष में जाएंगे, जहां महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह समेत 26 लोग पहले से मौजूद रहेंगे। राष्ट्रपति उनके साथ मंदिर का प्रसाद ग्रहण करेंगे और फिर वहां से 10 बजे मुख्य महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए पैदल ही दिग्विजयनाथ स्मृति समारोह में पहुंचेंगे। महोत्सव सम्पन्न होने के बाद वह एक बार फिर पीठाधीश्वर कक्ष में पहुंचेंगे और वहां कुछ देर विश्राम करने के बाद एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे। राज्यपाल राम नाईक भी राष्ट्रपति के साथ ही जाएंगे।

कार्यक्रम का होगा सीधा प्रसारण
गोरखनाथ मंदिर में राष्ट्रपति के कार्यक्रम का दूरदर्शन द्वारा सीधा प्रसारण किया गया। मुख्यमंत्री के ट्वीटर हेंडल, फेसबुक पेज से भी कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया।
मंगलवार को जाएंगे मुख्यमंत्री योगी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और राज्यपाल राम नाईक को सोमवार को एयरपोर्ट से विदा करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर वापस आएंगे और वहां रात्रि विश्राम कर मंगलवार को लखनऊ के लिए रवाना होंगे। सोमवार की शाम मुख्यमंत्री जिले में हो रहे विकास कार्यों की अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा करेंगे। साथ ही मानसरोवर मंदिर में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने भी जाएंगे।

रूट डायवर्जन देखकर ही घर से निकले
राष्ट्रपति का आगमन होने के साथ ही शहर की यातायात व्यवस्था बदल दी गई है। सोमवार दोपहर तक कई रास्तों पर आवागमन बंद रहेगा। रूट डायवर्जन का सबसे ज्यादा असर गोरखनाथ मंदिर रोड, देवरिया और कुशीनगर मार्ग पर रहेगा। एसपी यातायात ने बताया कि निर्देश की अवहेलना करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।

एयरपोर्ट से पैडलेगंज चौराहा- सर्किट हाउस तक डायवर्जन
- जगदीशपुर कोनी से एयरपोर्ट की ओर से वीआईपी आगमन के समय सभी वाहनों के आवागमन पर रोक रहेगा। कुशीनगर की तरफ से आने वाले वाहन फोरलेन के रास्ते रामनगर करजहां की तरफ डायवर्ट किए जाएंगे। 
- देवरिया की तरफ से आने वाले वाहनों को देवरिया बाइपास से डायवर्ट किया जाएगा। ये वाहन देवरिया बाईपास के रास्ते शहर की ओर आएंगे।
- कूड़ाघाट तिराहा/नहर पुलिया से मोहद्दीपुर चौराहा की तरफ फ्लीट आवागमन पर सभी प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेंगे।
- असुरन चौराहा कौवाबाग पुलिस चौकी से मोहद्दीपुर ओवरब्रिज की तरफ फ्लीट के आगमन और प्रस्थान के  समय सभी प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेगें।
- पैडलेगंज चौराहा से मोहद्दीपुर की तरफ सभी प्रकार के वाहन वीआइपी आगमन के समय प्रतिबन्धित रहेगें।
- देवरिया बाइपास तिराहा से पैडलेगंज की तरफ सभी वाहन वीआइपी आगमन के समय प्रतिबन्धित रहेंगे।
सर्किट हाउस से गोरखनाथ मंदिर तक यातायात व्यवस्था
- छात्रसंघ चौराहा की तरफ से विश्वविद्यालय की तरफ जाने वाले सभी प्रकार के वाहन वीआइपी आगमन के समय प्रतिबंधित रहेगें, इन वाहनों को आवश्यकतानुसार अंबेडकर चौराहा और कैंट चौराहा की मोड़ा जाएगा।

- आयकर तिराहा/हरिओम नगर तिराहा से विश्वविद्यालय गेट की तरफ फ्लीट के आगमन-प्रस्थान के समय सभी प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेगें।

- स्टैण्डर्ड तिराहा/ सिटी मॉल/होटल पार्क रेजीडेन्सी तिराहा से कार्मल रोड - रोडवेज पुलिस पिकेट तिराहा की तरफ फ्लीट के आगमन-प्रस्थान के समय आवागमन पर रोक रहेगा।

- काली मंदिर तिराहा से कोई भी वाहन धर्मशाला चौराहा की तरफ फ्लीट के समय नहीं जाएगा। 

- स्टैंडर्ड तिराहा से यातायात कार्यालय तिराहा की तरफ फ्लीट के आगमन और प्रस्थान के समय कोई वाहन नहीं चलेगा। 

- काली मंदिर की तरफ से पुलिस लाइन गेट तिराहा की तरफ फ्लीट के आगमन -प्रस्थान के समय कोई वाहन नहीं चलेगा।

-  जेपी हॉस्पिटल मार्ग और झूलेलाल मंदिर की तरफ से कोई भी वाहन फ्लीट के आगमन- प्रस्थान के समय गोरखनाथ मंदिर की तरफ नहीं जाएगा।

- जगेसर पासी तिराहा, रसूलपुर तिराहा की तरफ से कोई भी वाहन गोरखनाथ मंदिर की तरफ फ्लीट के दौरान दौरान नहीं जा सकेगा।

- बरगदवा तिराहा से गोरखनाथ मंदिर तक कोई वाहन नहीं आएगा। सभी वाहनों को बरगदवां फर्टिलाइजर, खजांची, पादरी बाजार कौवा बाग, मोहद्दीपुर होते हुए रवाना किया जाएगा। 

- इंडस्ट्रियल एरिया मोड़ तिराहा से कोई भी वाहन गोरखनाथ मंदिर की तरफ फ्लीट के आगमन और प्रस्थान के  समय नहीं जाएगा। सभी वाहन नकहा ओवर ब्रिज, स्पोर्ट्स कालेज के रास्ते खजांची होते हुए गंतव्य की ओर जाएंगे।

अभूतपूर्व सुरक्षा देख खुली रह गई आंखें
राष्ट्रपति की सुरक्षा में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात थे। एयरफोर्स स्टेशन पर उनका विशेष विमान उतरने से काफी पहले ही, जिस रास्ते से उनका काफिला गुजरना था, उस पर ट्रैफिक पूरी तरह से रोक दी गई थी। किसी को सड़क पर आने की इजाजत नहीं थी। इसके लिए कदम-कदम पर पुलिस वाले तैनात किए गए थे। सड़क से जुडऩे वाली गलियों के मुहाने पर बैरीकेडिंग कर बंद कर दिया गया था। सड़क के दोनों तरफ घरों की छतों पर हथियार बंद सुरक्षाकर्मी तैनात थे। राष्ट्रपति की यह अभूतपूर्व सुरक्षा देखकर हर किसी की आंखे खुली रह गईं।
एयरफोर्स से राष्ट्रपति का काफिला निकलने से करीब एक घंटे पहले गोरखपुर-कुशीनगर मार्ग पर कुसम्हीं बाजार के पास, देवरिया रोड पर सिंघडिय़ा के पास, मोहद्दीपुर चौराहे पर चारफाटक और विश्वविद्यालय रोड, पैडलेगंज चौराहे पर नौसढ़ और छात्रसंघ चौराहे से आने वाली सड़क पर ट्रैफिक रोक दी गई थी। सड़क के दोनों तरफ स्थित घरों में रहने वालों लोगों को किसी भी दशा में सुरक्षा घेरा न तोडऩे की हिदायत पहले ही दे दी गई थी। नो ट्रैफिक जोन घोषित होते ही पुलिस वाले सड़क के दोनों तरफ सुरक्षा घेरा न टूटने देने के लिए मुस्तैद हो गए। नो ट्रैफिक जोन लागू होने के समय जो राहगीर सड़क पर चल रहे थे, उन्हें आसपास ही सड़क के किनारे सुरक्षा घेरे के बाहर भेज दिया गया। राष्ट्रपति का काफिला गुजरने के बाद ही आवागमन शुरू हो सका।
मोबाइल फोन से काफिले का वीडियो बनाते रहे लोग
राष्ट्रपति को देखने के लिए बड़ी संख्या में बच्‍चे, बूढ़े, महिलाएं और युवा सड़क के दोनों तरफ खड़े थे। इसमें से अधिकतर लोग मोबाइल फोन से उनके काफिले की वीडियो बनाते रहे। राजकीय उद्यान में शाम को टहलने वाले अधिकतर लोग राष्ट्रपति का काफिला देखने के लिए सड़क की तरफ लगने वाली चहारदीवारी के पास आ गए थे। यही हाल नंदानगर, कूड़ाघाट, मोहद्दीपुर और पैडलेगंज में भी था। सड़क के किनारे खड़े अधिकतर लोग मोबाइल फोन से वीडियो बनाते दिखे।
जाम से निकाली दो एंबुलेंस
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर यातायात को जगह-जगह रोक दिया गया था। सुरक्षाकर्मियों को फ्लीट का इंतजार था। पैडलेगंज चौराहे पर उनका काफिला पहुंचने से कुछ देर पहले ही लखनऊ की ओर से पांच मिनट के अंतराल पर दो एंबुलेंस भीड़ में पहुंची। एंबुलेंस का सायरन सुनकर सुरक्षाकर्मियों ने उनके लिए रास्ता खाली कराने के बाद छात्रसंघ चौराहे की तरफ मेडिकल कालेज के लिए रवाना किया गया। जाम की वजह से फंसे लोगों ने सुरक्षाकर्मियों के इस काम की काफी तारीफ हुई।
ठहरने के लिए रात भर भटकते रहे सुरक्षाकर्मी
राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात करने के लिए दो हजार से अधिक पुलिसकर्मी और अधिकारी दूसरे जिलों से बुलाए गए थे। इसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के साथ ही साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों के अधिकारी और पुलिसकर्मी शामिल थे। अधिकारियों के लिए तो जिला प्रशासन ने होटल में रुकने की व्यवस्था करा दी थी, लेकिन अधिकतर सिपाही, दीवान, दारोगा और इंस्पेक्टर रात में ठहरने के लिए रात भर भटकते रहे। हालांकि जिला प्रशासन ने पुलिसकर्मियों के रुकने के लिए कई मैरेज हाउस और विद्यालयों में व्यवस्था कर रखी है, लेकिन इन स्थानों पर पीएसी, आरएफ तथा पैरामिलीट्री के जवानों ने कब्जा कर लिया। बाहर से आए पुलिस वाले यहां तक पहुंच ही नहीं पाए। स्टेशन रोड के अलावा शहर में बड़ी संख्या में होटल और डारमेट्री है, लेकिन रविवार को सी टैट की परीक्षा होने की वजह से अधिकतर होटल परीक्षार्थियों ने पहले ही बुक करा लिया था। जो बचे थे उसे कुछ पुलिस वालों ने समय रहते ले लिया, लेकिन अधिकतर पुलिस वालों को होटल नहीं मिल पाया। आसपास के जिलों में तैनात कुछ पुलिस वालों ने गोरखपुर में रह रहे रिश्तेदारों के बारे में पता लगाकर उनके घर में शरण ली, लेकिन वाराणसी, इलाहाबाद, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, कानपुर, कन्नौज, लखनऊ, सीतापुर आदि जिलों से आए पुलिस वाले रात भर होटल की तलाश में भटकते रहे। रविवार को सुबह 10 बजे से पहले उन्हें ड्यूटी प्वाइंट पर पहुंचना था। ड्यूटी पर तैनात होने से पहले वे कुछ देर विश्राम कर लेना चाह रहे थे। रात में ठहरने की कोई व्यवस्था न हो पाने की वजह से ढाई बजे के आसपास रेलवे स्टेशन रोड पर टहल रहे एक दारोगा की प्रतिक्रिया थी कि आप ही बताइए सोएंगे नहीं तो राष्ट्रपति की सुरक्षा भला कैसे कर पाएंगे?

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