UP, Deoria Assembly By Election 2020: सोशल इंजीनियरिंग के बूते नैया पार करने की जुगत

ब्राह्मण बहुल सदर विधानसभा क्षेत्र में प्रमुख दलों ने ब्राह्मण प्रत्याशियों पर दांव लगाया है। भाजपा से डा.सत्यप्रकाश मणि बसपा से अभयनाथ त्रिपाठी सपा से पूर्व मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी व कांग्रेस से मुकुंद भाष्कर मणि समेत चौदह प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 01:23 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 01:23 PM (IST)
UP, Deoria Assembly By Election 2020: सोशल इंजीनियरिंग के बूते नैया पार करने की जुगत
देवरिया विधान सभा के लिए मतदान का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया उपचुनाव में नेताओं को अपने-अपने जाति के वोटरों को सहेजने की जिम्मेदारी मिली है। जातीय समीकरण के कील कांटों को दुरुस्त किया जा किया जा रहा है। सोशल इंजीनियरिंग के बूते नैया पार करने में सभी दल लगे हुए हैं। फिलहाल यह फार्मूला कितना कारगर साबित होगा, यह तो आने वाला वक्त बताएगा।

सभी दलों की तरफ से ब्राह्मण प्रत्‍याशी

ब्राह्मण बहुल सदर विधानसभा क्षेत्र में प्रमुख दलों ने ब्राह्मण प्रत्याशियों पर दांव लगाया है। भाजपा से डा.सत्यप्रकाश मणि, बसपा से अभयनाथ त्रिपाठी, सपा से पूर्व मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी व कांग्रेस से मुकुंद भाष्कर मणि समेत चौदह प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। वहीं विधायक रहे स्व.जन्मेजय सिंह के पुत्र अजय प्रताप सिंह पिंटू ने निर्दल ताल ठोंका है। विधानसभा क्षेत्र में सामान्य मतदाताओं के अलावा अनुसूचित जाति व जनजाति, पिछली जातियों की भी बहुलता है। ऐसे में सभी दलों की निगाहें इन मतदाताओं पर लगी हैं। इसके लिए सजातीय नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। गांवों में जिस जाति की बहुलता है, उस गांव में उसी जाति के नेता को वोटरों को सहेजने के लिए भेजा जा रहा है। सभी प्रमुख दलों के अलावा निर्दल प्रत्याशियों ने भी इसके लिए रणनीति बनाई है।

कमजोर व मजबूत की हो रही समीक्षा

उपचुनाव में प्रमुख पार्टियों की तरफ से हर दिन होमवर्क किया जा रहा है। समीक्षा की जा रही है कि किस गांव में हम कमजोर हैं और कहां मजबूत। शहर के विभिन्न होटलों में विभिन्न पार्टियों के नेता जमे हैं, जो इस कार्य को बखूबी अंजाम दे रहे हैं।

पार्टियों ने जुटाए जातिवार आंकड़े

उपचुनाव मैदान में जातिवार अनुमानित आंकड़े तैयार किए हैं, जिसमें ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक, यादव, चौहान, निषाद, राजभर, सैंथवार, कुर्मी, कुशवाहा, चौरसिया, भूमिहार, मारवाड़ी, कायस्थ व अन्य जातियाें की संख्या का पता लगाया है।

तीन नवंबर को होगा मतदान

तीन नवंबर को मतदान और 10 नवंबर को मतगणना हाेगी। तीन लाख 36 हजार 565 मतदाता चौदह प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। जिसमें 182251 पुरुष , 154302 महिला व 12 अन्य मतदाता शामिल हैं। 2388 नए मतदाता पहली बार मतदान करेंगे।

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