तीसरी लहर से न‍िपटने की तैयारी, 25 सौ से ज्यादा बेड की हुई व्यवस्था- कई आक्सीजन प्लांट भी लगे

कोरोना संक्रमण से लडऩे के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियां चाक-चौबंद होने का दावा कर रहा है। संक्रमण बढऩे की स्थिति में इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग जिले में 25 सौ से ज्यादा बेड बना चुका है। इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:41 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 11:41 AM (IST)
तीसरी लहर से न‍िपटने की तैयारी, 25 सौ से ज्यादा बेड की हुई व्यवस्था- कई आक्सीजन प्लांट भी लगे
कोरोना की तीसरी लहर से न‍ि पटने की तैयारी शुरू हो गई है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण से लडऩे के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारियां चाक-चौबंद होने का दावा कर रहा है। संक्रमण बढऩे की स्थिति में इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग जिले में 25 सौ से ज्यादा बेड बना चुका है। इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। कई अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट भी शुरू हो चुके हैं।

मेडिकल कालेज, एम्स, टीबी अस्पताल के साथ सीएचसी में बने बेड

स्वास्थ्य महकमे का दावा है कि बाबा राघवदास मेडिकल कालेज, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), टीबी अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) आदि को मिलाकर 25 सौ से ज्यादा बेड की व्यवस्था की गई है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पतालों में भर्ती, इलाज, आइसीयू आदि की व्यवस्था के निर्देश दिए थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार अस्पतालों की व्यवस्था सुदृढ़ करने में जुटी हुई है।

मेडिकल कालेज में सात सौ से ज्यादा बेड

बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में पांच सौ बेड पर संक्रमितों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। अब दो सौ बेड और बढ़ाने का काम तेजी से चल रहा है। इसके अलावा ब'चों के लिए 50 बेड और बड़ों के लिए 50 बेड का आइसीयू तैयार कर लिया गया है। जरूरत पडऩे पर मेडिकल कालेज में और बेड बढ़ाने की व्यवस्था की गई है।

चार अस्पतालों में दो सौ साठ बेड

सीएचसी चौरीचौरा में 50, सीएचसी हरनही में 50, होम्योपैथिक मेडिकल कालेज बड़हलगंज में सौ और सीएचसी कैंपियरगंज में 60 बेड की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पिपरौली, चरगांवा, सहजनवा में तीस-तीस बेड की व्यवस्था की गई है। इसमें हर जगह 10 बेड ब'चों के लिए आरक्षित हैं। बेड तक पाइप के जरिये आक्सीजन पहुंचाने की भी व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग अतिरिक्त 120 बेड की व्यवस्था कर चुका है। इसे जरूरत पडऩे पर अस्पतालों में भेजा जाएगा।

एम्स में दो सौ बेड

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में एम्स में 40 बेड का कोविड अस्पताल बनाया गया था। अब इसे और बड़ा किया गया है। अब यहां कोविड अस्पताल दो सौ बेड का होगा।

स्वास्थ्य विभाग के पास 428 कंसंट्रेटर

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी पूरी न कर पाने से स्वास्थ्य विभाग के अफसर बहुत परेशान थे। अब स्वास्थ्य विभाग के पास 428 आक्सीजन कंसंट्रेटर हैं। इनमें से 388 आक्सीजन कंसंट्रेटर विभिन्न अस्पतालों को दिए गए हैं। 40 आक्सीजन कंसंट्रेटर स्वास्थ्य विभाग ने रिजर्व रखे हैं।

यहां हैं आक्सीजन प्लांट

बाबा राघवदास मेडिकल कालेज - एक हजार एलएमपी का सक्रिय

सीएचसी चौरीचौरा - तीन सौ एलएमपी का सक्रिय

सीएचसी कैंपियरगंज - तीन सौ एलएमपी का सक्रिय

सीएचसी हरनही - तीन सौ एलएमपी का सक्रिय

जिला अस्पताल - 960 एलएमपी का सक्रिय

सौ बेड टीबी अस्पताल - चार सौ एलएमपी का सक्रिय

एम्स - छह सौ एलएमपी का सक्रिय

होमियोपैथिक मेडिकल कालेज बड़हलगंज - तीन सौ एलएमपी का सक्रिय

महायोगी गोरखनाथ चिकित्सा विश्वविद्यालय - छह सौ एलएमपी का सक्रिय

यहां लग रहे प्लांट

सीएचसी बांसगांव में 166 एलएमपी और सीएचसी चरगांवा में तीन सौ एलएमपी का प्लांट लगाया जा रहा है।

नोट - एलएमपी यानी लिक्विड आक्सीजन प्रति मिनट उत्पादन

कोरोना संक्रमण बढऩे की स्थिति में हम इलाज के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 25 सौ से ज्यादा बेड की व्यवस्था की जा चुकी है। इसके अलावा जरूरत पडऩे पर प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों को भर्ती करने की सुविधा रहेगी। नागरिक कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें ताकि किसी को संक्रमण हो ही नहीं। - डा. सुधाकर पांडेय, सीएमओ।

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