गोरखपुर में विनोद वन से वन्यजीवों को लाने की तैयारी, मंगाई गई पिंजड़ा

विनोद वन में इस समय तीन नर और सात मादा चीतल मौजूद हैं। इनके अलावा दो हाक डियर सात मोर 20 रोज रिंग पैराकिट्स और चार पाइथन भी हैं। सबसे पहले इन्हीं को चिडिय़ाघर में लाया जाएगा। पिंजड़े में खाद्य पदार्थ रखकर सभी वन्यजीवों को लाया जाएगा।

By Satish chand shuklaEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 01:03 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 01:54 PM (IST)
गोरखपुर में विनोद वन से वन्यजीवों को लाने की तैयारी, मंगाई गई पिंजड़ा
गोरखपुर के चिडिय़ाघर के भवन का फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान (चिडिय़ाघर) के सैनिटाइजेशन का काम पूरा होने के बाद अब वन्य जीवों को लाने की तैयारी चल रही है। तीन चरणों में इन्हें लाया जाएगा। पहले चरण में विनोद वन में मौजूद हिरण, मोर व अन्य वन्य जीव लाए जाएंगे। इसके लिए खासतौर से तैयार किया पिंजड़ा मंगाया गया है। जो वन्यजीव पिंजड़ें में नहीं आएंगे उन्हें बेहोश कर चिडिय़ाघर लाए जाने की तैयारी की गई है। दूसरे और तीसरे चरण में लखनऊ तथा कानपुर चिडिय़ाघर से वन्यजीवों को यहां लाया जाया जाएगा। वन्यजीवों को चिडिय़ाघर लाए जाने के बाद कुछ दिन तक उन्हें क्वारंटाइन में रखा जाएगा।

विनोद वन में इस समय तीन नर और सात मादा चीतल मौजूद हैं। इनके अलावा दो हाक डियर, सात मोर, 20 रोज रिंग पैराकिट्स और चार पाइथन भी हैं। सबसे पहले इन्हीं को चिडिय़ाघर में लाया जाएगा। चिडिय़ाघर के पशु चिकित्सक डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि हमारी कोशिश होगी कि पिंजड़े में खाद्य पदार्थ रखकर सभी वन्यजीवों को लाया जाएगा। जो वन्यजीव पिंजड़े में नहीं आएंगे, उन्हें डाक्टरों की टीम की देखरेख में बेहोश कर चिडिय़ाघर लाया जाएगा। एक सप्ताह के अंदर वन्यजीवों को लाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

लखनऊ व कानपुर चिडिय़ाघर से लाए जाएंगे ये वन्यजीव

शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान में लाए जाने वाले कई वन्यजीवों को लखनऊ और कानपुर के चिडिय़ाघर में रख जाएगा। लखनऊ से जंगली बिल्लियां, काले हिरण और घडिय़ाल लाए जाने हैं। कानपुर चिडिय़ाघर से हिप्पो और विभिन्न प्रजाति के बंदरों को लाया जाना है। विनोद वन सहित तीनों स्थानों से वन्यजीवों को लाने के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई है। इनकी देखरेख में ही विनोद वन, लखनऊ और कानपुर से जानवरों को लाया जाएगा। चिडिय़ाघर के पशु चिकित्सक डा. योगेश प्रताप सिंह का कहना है कि बाड़ों के सैनिटाइजेशन का काम पूरा हो चुका है। वन्यजीवों को लाए जाने की तैयारी अंतिम चरण में है। विनोद वन से जल्दी ही वन्यजीवों को चिडिय़ाघर लाया जाएगा।

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