दीपावली की तैयारियां जोरों पर, दीये बनाने में जुटे कुम्हार

गणेश जायसवाल बृजमनगंज ने बताया कि दीपावली पर स्थानीय दुकानदार व कारीगरों से सामान की खरीदारी की जाएगा। जिससे स्थानीय कारीगरों का हौसला बढ़ेगा। आधुनिकता के दौर में नई पीढ़ी को मिट्टी की अहमियत को समझते हुए अपने स्थानीय कारीगरों को बढ़ावा देना चाहिए। मिट्टी का दीया जलाकर दीपावली मनाई जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 11:08 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 11:08 PM (IST)
दीपावली की तैयारियां जोरों पर, दीये बनाने में जुटे कुम्हार
दीपावली की तैयारियां जोरों पर, दीये बनाने में जुटे कुम्हार

महराजगंज: दीपावली नजदीक आने के साथ ही कुम्हारों के चाक की रफ्तार तेज हो गई है। धीरे-धीरे लोगों का रुझान एक बार फिर दीये की तरफ बढ़ा है।

जिसकों देखते हुए गांव में अब कुम्हारों के चाक भी गुलजार हो गए हैं। बृजमनगंज के धानी रोड पर बसहवा में स्थित कुम्हार टोला निवासी प्रदीप की पुत्री साधना अपने पिता के पुस्तैनी कला को आगे बढ़ाते हुए खुद चाक पर दीये व मिट्टी के बर्तन बना कर दीपावली की तैयारी में जुट गई हैं । साधना माता लक्ष्मीना व भाभी ममता के साथ मिल कर दीपावली के लिए मिट्टी के दीये,बर्तन व खिलौने तैयार करने कर रहीं हैं। कुम्हार प्रदीप की तीन पीढि़यों से दीये बनाने का धंधा किया जाता है। सभी स्वजन अपना भरण पोषण कुम्हारी कला से ही करते हैं। साधना ने बताया कि पिता गांव- गांव जा कर मिट्टी तराश कर लाते हैं। माता व भाभी के साथ घर पर दीये व अन्य सामान तैयार करती हूं। दीपावली में दीये, बर्तन व खिलौनों से हुए आमदनी से पूरे वर्ष का खर्चा चलाना पड़ता है। अब मात्र कुछ गिने चुने पर्व पर ही लोगों को हम कुम्हारों की याद आती है।

दिलीप चौधरी,बृजमनगंज ने बताया कि इस दीपावली में चाइनीज लाइट व झालरों के बजाय मिट्टी के सामान व खिलौनों का उपयोग किया जाएगा। मिट्टी का दीया जलाकर दीपावली मनाएंगे। मिट्टी से बने सामान का उपयोग कर स्थानीय कुम्हारों को बढ़ावा दिया जाएगा।

गणेश जायसवाल, बृजमनगंज ने बताया कि दीपावली पर स्थानीय दुकानदार व कारीगरों से सामान की खरीदारी की जाएगा। जिससे स्थानीय कारीगरों का हौसला बढ़ेगा। आधुनिकता के दौर में नई पीढ़ी को मिट्टी की अहमियत को समझते हुए अपने स्थानीय कारीगरों को बढ़ावा देना चाहिए। मिट्टी का दीया जलाकर दीपावली मनाई जाएगी।

chat bot
आपका साथी