अब देवरिया और सिद्धार्थनगर में भी एमबीबीएस की पढ़ाई होगी, तैयारियां शुरू Gorakhpur News

सिद्धार्थ नगर व देवरिया के जिला अस्पताल को मेडिकल कालेज में तब्दील किया गया है। निर्माण अंतिम चरण में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों कालेजों में आगामी सत्र से पढ़ाई शुरू करने का निर्देश दे चुके हैं। अब भर्ती की तैयारी चल रही है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 08:30 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 03:06 PM (IST)
अब देवरिया और सिद्धार्थनगर में भी एमबीबीएस की पढ़ाई होगी, तैयारियां शुरू Gorakhpur News
एमबीबीएस की पढ़ाई के संबंध में प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गजाधर द्विवेदी, गोरखपुर। देवरिया व सिद्धार्थ नगर के नवनिर्मित मेडिकल कालेजों में अगले सत्र से पढ़ाई शुरू करने की तैयारी चल रही है। दोनों मेडिकल कालेजों के लिए शिक्षक-चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती का प्रस्ताव नेशनल मेडिकल कमीशन को भेज दिया गया है। एलओपी (लेटर आफ परमीशन) भी तैयार किया जा रहा है। एक दो दिन में उसे भी भेज दिया जाएगा। कालेज प्रशासन के अनुसार शीघ्र ही अनुमति मिलने की उम्मीद है। अगले सत्र से दोनों मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी।

सिद्धार्थ नगर व देवरिया के जिला अस्पताल को मेडिकल कालेज में तब्दील किया गया है। निर्माण अंतिम चरण में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों कालेजों में आगामी सत्र से पढ़ाई शुरू करने का निर्देश दे चुके हैं। अब शिक्षक-चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की तैयारी शुरू हो गई है। बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कालेज को दोनों कालेजों का नोडल बनाया गया है। कालेजों को शुरू करने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।

कम होगा बीआरडी का भार

बस्ती में पहले से मेडिकल कालेज है। देवरिया व सिद्धार्थ नगर में भी खुल जाने से बीआरडी मेडिकल कालेज में मरीजों का भार काफी हद तक कम हो जाएगा। बिहार, देवरिया व सिद्धार्थ नगर व उनके  आसपास के मरीजों को इलाज के लिए गोरखपुर नहीं आना पड़ेगा।

दोनों कालेजों में होंगी 100-100 सीटें

दोनों नव निर्मित मेडिकल कालेजों में पढ़ाई के लिए एमबीबीएस की 100-100 सीटों का प्रस्ताव भेजा गया है। अनुमति मिल जाने के बाद पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। इलाज शुरू है। शिक्षक-चिकित्सक मिल जाने से व्यवस्था और अच्छी हो जाएगी।

एक मेडिकल कालेज में होगी यह संख्या

51 शिक्षक-चिकित्सक।

24 सीनियर रेजीडेंट।

50 जूनियर रेजीडेंट।

218 नर्स।

300 चतुर्थ श्रेणी कार्मचारी (आउट सोर्सिंग)।

(नोट- दूसरे मेडिकल कालेज के लिए भी इतनी ही संख्या का प्रस्ताव भेजा गया है।)

दोनो मेडिकल कालेज मुख्‍यमंत्री की प्राथमिकता में

बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. गणेश कुमार का कहना है कि दोनों मेडिकल कालेज मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में हैं। आगामी सत्र से पढ़ाई शुरू करने की तैयारी चल रही है। एक-दो दिन में एलओपी भी भेज दी जाएगी। उम्मीद है कि शीघ्र ही अनुमति मिल जाएगी।

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