इलाज न होने पर गर्भवती महिला की मौत, सीएचसी अधीक्षक समेत छह पर हत्या का मुकदमा दर्ज
गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में महिला की मौत के मामले में अधीक्षक डा. सतीश सिंह सहित छह स्वास्थ्यकर्मियों के विरुद्ध पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। मृतका के पति ने तहरीर में इलाज के अभाव में ममता की मौत होने का आरोप लगाया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में हुई ममता वर्मा की मौत के मामले में अधीक्षक डा. सतीश सिंह सहित छह स्वास्थ्यकर्मियों के विरुद्ध पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। मृतका के पति ने तहरीर में इलाज के अभाव में ममता की मौत होने का आरोप लगाया है। पुलिस ने पूरे मामले की गहराई से छानबीन करने के बाद ही आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही है। सहजनवां उपनगर के वार्ड संख्या 10, लुचुई मोहल्ला निवासी मोनमोहन वर्मा की पत्नी ममता गर्भवती थीं।
गर्भवती महिला की मौत के मामले में हुई कार्रवाई
सोमवार को दिन में तबीयत खराब होने पर परिजन उन्हें इलाज के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। उपचार शुरू हुआ। परिजनों के मुताबिक देर शाम डाक्टर, ममता को लेवर रूम में ले गए। आरोप है कि लेवर रूम में ले जाने के बाद उन्हें वहीं छोड़कर डाक्टर और अन्य कर्मचारी दूसरे काम में व्यस्त हो गए। मरीज के उपचार पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। जिससे इलाज के अभाव में ममता की मौत हो गई।
मृतका पति ने उपचार के अभाव में मौत होने का लगाया आरोप
मौत की खबर मिलते ही परिवार के साथ ही लुचुई मोहल्ले के काफी लोग लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए। डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। विवाद बढऩे पर उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंचे। हंगामा कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर शांत करने के बाद अधिकारियों ने दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। तब जाकर आक्रोशित लोग शांत हुए। इसके बाद मृतका के पति के मंगलवार को तहरीर दिया।
इनपर दर्ज हुआ मुकदमा
सहजनवां इंस्पेक्टर राज प्रकाश ने बताया कि तहरीर के आधार पर स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. सतीश सिंह, डा. रोशन, अरशद खान, अमित, वंदना सिंह और मिथिलेश पटेल के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। कार्रवाई की रिपोर्ट सीएमओ को भेजी गई है।