वर्षा जल संचयन के लिए वरदान साबित होगी तालाब योजना, मिलेगा अनुदान Gorakhpur News

देवरिया जिले में वर्षा जल संचयन के लिए खेत तालाब योजना वरदान साबित होगी। किसानों को तालाबों की खुदाई पर अनुदान मिलेगा। तालाब की खुदाई से निकली मिट्टी से चारों तरफ बांध का निर्माण होगा। उस पर फल सब्जी व सहजन का उत्पादन करेंगे।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 01:10 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 01:10 PM (IST)
वर्षा जल संचयन के लिए वरदान साबित होगी तालाब योजना, मिलेगा अनुदान Gorakhpur News
किसानों को तालाबों की खुदाई पर मिलेगा अनुदान। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : देवरिया जिले में वर्षा जल संचयन के लिए खेत तालाब योजना वरदान साबित होगी। किसानों को तालाबों की खुदाई पर अनुदान मिलेगा। तालाब की खुदाई से निकली मिट्टी से चारों तरफ बांध का निर्माण होगा। उस पर फल, सब्जी व सहजन का उत्पादन करेंगे। इससे आय में वृद्धि होगी।किसानों की आय बढ़ाने पर दिया जा रहा जोर

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत किसानों को तालाब खुदाई की तैयारी है। जल संचयन के साथ किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। लघु आकार के तालाब की लंबाई 22 मीटर व चौड़ाई 20 मीटर, मध्यम आकार के तालाब की लंबाई 35 मीटर व चौड़ाई 30 मीटर रहेगा। लघु आकार के तालाब की खुदाई की लागत 1.05 लाख व मध्यम आकार के तालाब की खुदाई की लागत दो लाख 28 हजार 400 रुपये आएगी। अनुदान राशि तीन किस्तों में डीबीटी के माध्यम से किसानों के बैंक खाते में सीधे भेजी जाएगी।

सिंचाई के साथ मत्स्य पालन कर सकेंगे किसान

खेत तालाब के पानी का उपयोग सिंचाई, मत्स्य पालन, सिंघाड़ा उत्पादन के लिए किया जा सकेगा। जिससे किसानों को आय के नए स्रोत मिलेंगे। जल संरक्षण को बढ़ावा मिल सकेगा।

आनलाइन कराना होगा पंजीयन

कृषि विभाग की वेबसाइट पर इस योजना का पंजीयन शुरू हो गया है। लक्ष्य का डेढ़ गुना पंजीकरण किया जाएगा। लक्ष्य के अनुसार टोकन जनरेट किया जाएगा। टोकन मनी के रूप में लघु तालाब के लिए एक हजार रुपये व मध्यम आकार के तालाब के लिए दो हजार रुपये यूनियन बैंक की शाखा में जमा कर समस्त अभिलेख वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। विभाग की तरफ से सत्यापन के बाद लाभार्थी तालाब का निर्माण करवा सकेगा।

अभी शासन से नहीं मिला है लक्ष्‍य

भूमि संरक्षण अधिकारी संतलाल गुप्ता ने कहा कि शासन से अभी लक्ष्य नहीं मिला है, लेकिन पंजीयन शुरू हो गया है। किसान पंजीयन करा लें। पिछले वर्ष 2020-21 में करीब 11 तालाबों की खुदाई हुई थी। इस बार लक्ष्य बढ़ने की उम्मीद है।

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