पालिटेक्निक कालेज की डिग्री धारक महिला आरक्षी पढ़ा रही गणित व विज्ञान का पाठ Gorakhpur News

सिद्धार्थनगर के त्रिलोकपुर थाना में तैनात आरक्षी दिव्या सिंह प्रत्येक शनिवार महिला कालेजों में क्लास चला रही हैं। दिव्या इन छात्राओं को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाने में जुटी हैं। इनके साथ दौड़ लगाने के साथ व्यायाम और योगा करती हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 12:10 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 12:10 PM (IST)
पालिटेक्निक कालेज की डिग्री धारक महिला आरक्षी पढ़ा रही गणित व विज्ञान का पाठ Gorakhpur News
छात्राओं को आत्म सुरक्षा के बारे में बतातीं दिव्‍या सिंह। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : सिद्धार्थनगर के त्रिलोकपुर थाना में तैनात आरक्षी दिव्या सिंह प्रत्येक शनिवार महिला कालेजों में क्लास चला रही हैं। दिव्या इन छात्राओं को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाने में जुटी हैं। इनके साथ दौड़ लगाने के साथ व्यायाम और योगा करती हैं। आपात स्थिति से निपटने का ढंग भी बता रहीं हैं। पालिटेक्निक की छात्रा रह चुकी दिव्‍या जरूरत पड़ने पर इन सभी को गणित व विज्ञान पढ़ा रही हैं।

दिव्या कठौतिया इंटर कालेज, प्रभावती देवी बालिका इंटर कालेज रमवापुर, एपी मिश्रा इंटर कालेज रमवापुर व विकास विद्यालय सोहना में क्लास चला रहीं हैं।

आजमगढ़ की रहने वाली हैं दिव्‍या

आजमगढ़ के सदर तहसील के ग्राम करनपुर निवासी महिला आरक्षी की प्राथमिक शिक्षा गांव में हुई थी। पिता संजय सिंह जिला अस्पताल में लैब असिस्टेंट व मां बिंदू सिंह गृहणी हैं। शुरू से मेधावी रही। दिव्‍या सिंह मिशन शक्ति से छात्राओं को जोड़ने में लगी हैं। आपातकालीन परिस्थितियों में पेन, स्केल व चाबी का आत्मरक्षार्थ प्रयोग करना सिखाया है। ऐसी परिस्थितियों में तेजी से भागने के लिए 100 मीटर की रेस भी कराती है। कक्षा नौ व दस की छात्राओं को गणित का फार्मूला भी कंठस्थ कराया है। थाना परिसर के पास गांव निवासी छात्रा दुर्गावती, अंजली, मधु, ज्योति आदि बताती हैं कि दीदी को जब भी मौका मिलता है तो वह ट्यूशन पढ़ाती हैं। बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू करा दी है। वहीं दिव्या ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही हूं। छात्राओं को पढ़ाने से इससे सहयोग मिल रहा है।  

महिला आरक्षी की पहल सराहनीय

पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने कहा कि महिला आरक्षी की पहल सराहनीय है। वह कम्यूनिटी पुलिसिंग का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत कर रहीं हैं। छात्राओं को क्लास में पढ़ाने से वह खुद को भी अपडेट रख रही है। शासन की मंशा है कि छात्राओं को मानसिक व शारीरिक रूप से सशक्त किया जाए। मिशन शक्ति योजना भी संचालित की जा रही है।

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