Gorakhpur University Murder case: अफवाह फैलाने वालों पर मुकदमा दर्ज करेगी पुलिस
गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्रा प्रियंका की मौत को लेकर कुछ लोगों ने जनता को भ्रमित करने का कार्य किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ लिखा है कि मौत लटकने के चलते दम घुटने से हुई है लेकिन कुछ लोगों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट गलत व्याख्या की है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्रा प्रियंका की मौत को लेकर कुछ लोगों ने जनता को भ्रमित करने का कार्य किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ लिखा है कि मौत लटकने के चलते दम घुटने से हुई है, लेकिन कुछ लोगों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट गलत व्याख्या की है। उन्होंने मौत की वजह सिर्फ दम घुटना बताया है, जबकि पोस्मार्टम रिपोर्ट में एक्सफीशिया (दम घुटना) के नीचे एनटी मार्टम हैंङ्क्षगग लिखा हुआ है, जिससे आत्महत्या के संकेत मिलते हैं। ऐसे में पुलिस अफवाह फैलाने वाले के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराएगी।
सीओ चौरीचौरा को सौंपी गई है मामले की जांच
एसएसपी ने कहा कि पुलिस ने परिस्थितियों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन इसका आशय विश्वविद्यालय की छवि से खिलवाड़ करना नहीं है। पुलिस आगे जो भी कार्रवाई करेगी, वह साक्ष्यों के आधार पर ही करेगी। उन्होंने कहा कि मामला कैंट थाना क्षेत्र से संबंधित है। निष्पक्ष विवेचना के लिए इसकी जांच सीओ चौरीचौरा जगतराम कन्नौजिया को दी गई है। वह इसके साथ-साथ अफवाह फैलाने वालों की भी जांच करेंगे। अफवाह फैलाने वालों में एक थानेदार का भी नाम सामने आया है। एसएसपी ने कहा है कि उनके भी मामले की जांच होगी। दोषी मिले तो कार्रवाई भी होगी।
पोस्टमार्टम को लेकर पांच सदस्यीय टीम देगी अपनी रिपोर्ट
एसएसपी ने कहा कि स्वजन ने जो भी आरोप लगाएं हैं और उनकी मांग को ध्यान में रखकर पांच चिकित्सकों का एक पैनल गठित किया गया है। इस पैनल में दो अनुसूचित जाति के चिकित्सक हैं। सीएमओ ने पैनल तैयार कर लिया है। प्रियंका के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी हुई है। चिकित्सकों का यह पैनल नियमानुसार विवेचक से पोस्टमार्टम के वीडियो को प्राप्त करेगा और उसका अवलोकन करेगा। वीडियो का अवलोकन करने के बाद एक से दो दिन में इसकी रिपोर्ट दे देगा। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
एसएसपी ने कहा, साक्ष्य के आधार पर ही होगी कार्रवाई
एसएसपी ने यह भी कहा कि मौत से पूर्व छात्रा के द्वारा अथवा उसके स्वजन के द्वारा थाने चौकी में कहीं कोई शिकायत नहीं की गई है। किसी से पुराना कोई भूमि विवाद भी नहीं रहा है। मृतका के शव को फंदे से उतारने के दौरान नाखुन तक का परीक्षण किया गया है। कहीं कोई स्वैब नहीं मिला है। कहीं संघर्ष के निशान नहीं है। किसी भी अंग पर चोट के निशान नहीं हैं। इससे हत्या के संकेत नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में किसी निर्दोष के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं होगी। पुलिस साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई करेगी।