वाजिद की हत्या को लेकर असमंसजस में पुलिस
पुलिस ने पूछताछ की है कि वाजिद किसी महिला के संपर्क में तो नहीं था। लेकिन पुलिस को यहां भी नतीजा सिफर रहा। वाजिद के भाई कबीर अली ने बताया कि वह सिर्फ इतना ही कमा लेता था कि उसके शराब का खर्च निकल जाए।
गोरखपुर, जेएनएन। वाजिद के हत्या के कारणों को लेकर गोरखनाथ पुलिस असमंजस में है। भाइयों से संपत्ति विवाद, दुश्मनी, प्रेम प्रसंग सहित सभी बिंदुओं को लेकर पूछताछ कर चुकी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस आधार पुलिस को नहीं मिला है।
वाजिद के भाइयों ने कहा कि उसकी दुश्मनी कई लोगों से थी। करीब दो माह पूर्व एक पड़ोसी से मारपीट के मामले में वह जेल गया था। लाकडाउन से पूर्व कट्टा रखने के आरोप में वह जेल गया था, लेकिन उसकी कोई भी दुश्मनी इस स्तर की नहीं थी कि कोई उसकी जान ले ले। मृतक के बड़े भाई शाबिर अली गोरखनाथ में रहते हैं। उन्होंने बताया कि वाजिद जिस घर में रहता था, वह उनके पिता ने बहन को सौंप दिया था। लेकिन अभी कोई ऐसी बात नहीं थी कि इसे लेकर कहीं अदावत की नौबत आए। उनकी बहन आशमां महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर में रहती हैं। पुलिस ने इस बिंदु पर भी पूछताछ की है कि वाजिद किसी महिला के संपर्क में तो नहीं था। लेकिन पुलिस को यहां भी नतीजा सिफर रहा। वाजिद के भाई कबीर अली ने बताया कि वह सिर्फ इतना ही कमा लेता था कि उसके शराब का खर्च निकल जाए। बुधवार को भी दोपहर में वह नशे में देखा गया था।
चौकीदार के हटते ही बदमाशों ने घटना को दिया अंजाम
लच्छीपुर में वाजिद का घर गली में है। हत्यारोपित झटके से उसकी हत्या करके भाग नहीं सकता है। साथ में रह रहे चौकीदार कृष्ण बहादुर थापा करीब घंटे भर के लिए बाहर गया था, लेकिन इतनी देर में बदमाश ने वाजिद की हत्या की और फरार भी हो गया।
भाइयों के पास से नहीं मिली मृतक की फोटो
घटना के बाद पुलिस टीम वाजिद की फोटो तलाश करने लगी, लेकिन उसकी फोटो उसके किसी भी भाई के पास नहीं मिली। फोरेंसिक टीम के लोगों ने काफी प्रयास किया, लेकिन उन्हें कोई फोटो नहीं मिली। प्रभारी निरीक्षक रामआज्ञा सिंह का कहना है कि अभी घटना की कोई तहरीर नहीं मिली है। हत्या को लेकर छानबीन जारी है।